डमी अभ्यर्थी बनकर एसआई भर्ती की परीक्षा देने के आरोपी एसडीएम हनुमानाराम विरड़ा को गुरुवार को कोर्ट ने एक दिन की रिमांड पर भेज दिया. बाड़मेर जिले के बिसा रणिया के रहने वाले हनुमानाराम जैसलमेर के फतेहगढ़ क्षेत्र में एसडीएम के तौर पर फरवरी 2025 में नियुक्त हुए थे. हनुमानाराम को आरएएस परीक्षा-2021 में 22वीं रैंक मिली थी, जिससे वो आरएएस बने.
जानकारी के मुताबिक एसआई भर्ती परीक्षा मामले में 29 साल का नरपतराम विश्नोई और उसकी 27 साल की पत्नी इंदिरा वांछित थे. नरपतराम को एसओजी द्वारा गोवा और इंद्रा को जोधपुर से गिरफ्तार किया गया था. दोनों से पूछताछ में हनुमानाराम का नाम सामने आया था.
इस पूरे मामले की कड़ी से कड़ी तब जुड़ी, जब एसआई भर्ती परीक्षा मामले की जांच में सामने आया कि डमी अभ्यर्थी बैठाकर पास हुई हरखू की जगह परीक्षा इन्द्रा ने दी थी.
एसआई भर्ती परीक्षा में पास होने के बाद हरखू प्लाटून कमांडर बन गई. जांच में ये भी सामने आया कि इन्द्रा के पति नरपतराम ने पत्नी के डमी अभ्यर्थी के तौर पर परीक्षा देने पर हरखू से 15 लाख रुपए लिए थे. हरखू की एसओजीके द्वारा गिरफ्तारी के बाद इंदिरा और नरपत राम और इंद्र फरार हो गए थे.
जानकारी के मुताबिक एसओजी की टीम की गिरफ्त में आए नरपतराम ने कहा कि उसने भी एसआई भर्ती परीक्षा में आवेदन किया था और उसकी जगह परीक्षा फतेहगढ़ एसडीएम हनुमानाराम ने दी थी. इसके बाद हनुमानाराम को एसओजी ने गिरफ्तार कर पूछताछ की. गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश करके एक दिन की रिमांड पर लिया गया.
देव अंकुर