रविवार की सुबह दिल्ली में बारिश हो रही थी. इसके कारण उड़ाने संचालन करने में दिल्ली एयरपोर्ट को काफी परेशानी हो रही थी. अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों की लैंडिग और टेक ऑफ में काफी परेशानी हो रही थी. मौसम में खराबी के कारण लंदन से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-112 को दिल्ली में उतरने की इजाजत नहीं दी गई. ऐसे में फ्लाइट आसमान में घूमने लगी. करीब 10 मिनट बाद इसे जयपुर की ओर मोड़ दिया गया.
इन फ्लाइटों को किया गया था जयपुर डायवर्ट
एयर इंडिया की फ्लाइट के बाद बहरीन से दिल्ली आने वाली गल्फ एयर की फ्लाइट GF-13, दुबई से दिल्ली आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-948, गुवाहाटी से दिल्ली आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-8169 और पुणे से दिल्ली आने वाली फ्लाइट SG-8184 को भी जयपुर डायवर्ट कर दिया गया.
इनके अलावा बहरीन से दिल्ली आने वाली गल्फ एयर की फ्लाइट GF-13, दुबई से दिल्ली आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-948, गुवाहाटी से दिल्ली आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-8169 और पुणे से दिल्ली आने वाली फ्लाइट SG-8184 को भी जयपुर डायवर्ट कर दिया गया.
पायलट बोला- मेरी ड्यूटी खत्म, नहीं ले जाऊंगा प्लेन
जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक करीब 2 घंटे बाद दिल्ली एटीसी से क्लीयरेंस मिलने के बाद एक-एक कर फ्लाइट्स को रवाना किया गया. मगर, लंदन से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-112 करीब तीन घंटे तक रवाना नहीं हुई. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि फ्लाइट के पायलट ने यह कहते हुए प्लेन को दिल्ली ले जाने से मना कर दिया कि उसकी ड्यूटी का समय खत्म हो चुका है और अब वह इस फ्लाइट को नहीं उड़ाएगा. इतना कहने के बाद पायलट फ्लाइट से उतर गया.
कुछ यात्री सड़क मार्ग से गए दिल्ली, दोपहर 2 बजे उड़ी फ्लाइट
पायलट के इस फैसले के कारण सुबह 4 बजे दिल्ली पहुंचने वाली फ्लाइट कई घंटो तक जयपुर एयरपोर्ट पर खड़ी रही. फ्लाइट में बैठे यात्री परेशान हो गए. करीब पांच घंटे तक परेशान रहने के बाद प्लेन में मौजूद कुल 350 यात्रियों में से कुछ को सड़क मार्ग से दिल्ली भेजा गया. विमान को दिल्ली पहुंचाने के लिए दूसरे क्रू की व्यवस्था की गई और बचे हुए यात्रियों को फ्लेन से दिल्ली भेजा गया.
हालांकि, एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि मामले का तथ्य यह है कि दिल्ली में खराब मौसम और खराब दृश्यता के कारण लंदन-दिल्ली AI112 उड़ान को सुबह 4 बजे जयपुर उतरने के लिए डायवर्ट किया गया था. जब विमान दिल्ली के मौसम में सुधार होने और उड़ान भरने का इंतजार कर रहा था, कॉकपिट चालक दल फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के तहत आ गया. यह उड़ान ड्यूटी समय सीमा है. नियामक अधिकारियों द्वारा निर्धारित एफडीटीएल के तहत आने के बाद पायलट उड़ान संचालित नहीं कर सकते. एयर इंडिया अपने यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और संचालन नियमों का सख्ती से पालन करते हुए उड़ान संचालित करने के लिए तुरंत चालक दल के एक नए समूह की व्यवस्था करता है.
जयकिशन शर्मा