कोटा: मानसून की पहली बारिश ने खोली जेके लोन अस्पताल की पोल, छत से झरनों की तरह गिर रहा पानी

करीब 30 करोड़ की लागत से आईपीडी व ओपीडी बिल्डिंग का निर्माण हुआ है. आईपीडी मे पीडियाट्रिक के 183 बेड है. हाल ही में इसका लोकार्पण हुआ था. बताया जा रहा है कि नई बिल्डिंग की छत की सफाई नहीं हुई थी. छत पर कचरा फैला हुआ था

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मानसून की पहली बारिश ने खोली कोटा के जेके लोन अस्पताल की पोल मानसून की पहली बारिश ने खोली कोटा के जेके लोन अस्पताल की पोल

चेतन गुर्जर

  • कोटा,
  • 26 जून 2023,
  • अपडेटेड 4:04 PM IST

कोटा संभाग के सबसे बड़े जेके लोन अस्पताल मैं मौसम की पहली बारिश ने पोल खोल दी है. 30 करोड़ की लागत से बनकर बिल्डिंग तैयार हुई थी जिसे 2 महीने पहले ही शुरू किया गया था. जेके लोन अस्पताल की नई बिल्डिंग को अस्पताल की छत से झरनों की तरह पानी बह रहा था. संभाग का सबसे बड़ा शिशु अस्पताल अस्पताल के वार्डों के अंदर तक पानी घुस गया था. फ्लोर पर पानी टपक रहा था और मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. यहां तक कि एक महिला तो फिसल कर गिर गई उसके पांव में चोट आ गई.

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अस्पताल प्रशासन सुबह जाकर हरकत में आया और अस्पताल के अधीक्षक ने जिस एजेंसी को ठेके पर दी थी बिल्डिंग बनाने के लिए उस एजेंसी को बुलाकर बिल्डिंग को पूरी चेक करवाई. आखिरकार जब 30 करोड़ की लागत से अस्पताल बनाया गया तो निर्माण में ऐसी क्या लापरवाही क्यों हुई या मैटेरियल्स ही यूज नहीं किया गया था कि अस्पताल की छत से पानी गिर रहा है. 

अस्पताल प्रशासन कह रहा है की नाली चोक होने की वजह से पानी आ रहा है तो ऐसे में सवाल यह है कि छत से पानी कैसे आ रहा है नाले का रास्ता तो बाहर से होता है अगर नाला जाम है तो छत पर पानी भर जाएगा. 

करीब 30 करोड़ की लागत से आईपीडी व ओपीडी बिल्डिंग का निर्माण हुआ है. आईपीडी मे पीडियाट्रिक के 183 बेड है. हाल ही में इसका लोकार्पण हुआ था. बताया जा रहा है कि नई बिल्डिंग की छत की सफाई नहीं हुई थी. छत पर कचरा फैला हुआ था. बिल्डिंग निर्माण के दौरान नालियां भी छोटी (संकरी) बनाई गई. देर रात बारिश से छत पर पानी भर गया. और कचरे के कारण नालियां चोक हो गई. पानी की निकासी नहीं होने से बारिश का पानी तीसरे फ्लोर पर लगे फॉल सीलिंग में आ गया. जिस कारण फॉल सीलिंग का 2 बाई 2 का हिस्से से पानी टपकना शुरू हो गया. बारिश का पानी गैलरी व लिफ्ट में चला गया. 

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डॉक्टर गोपी किशन शर्मा उपाध्यक्ष जेके लोन अस्पताल ने कहा कि अस्पताल अभी नया ही बना है और यह पहली बरसात है. भारी बरसात आने की वजह से बिल्डिंग में कहीं भी पानी नहीं टपक रहा लेकिन एक ऐसी का हाल था जिसके अंदर से पानी आने की शिकायत हमें मिली है और जिसने बिल्डिंग को तैयार किया है उसे फोन कर बता दिया है और वह आकर बिल्डिंग की स्थिति देख रहा है. ऐसी बड़ी कोई मेजर प्रॉब्लम नहीं है लेकिन जहां से भी यह पानी आया है उसकी कमी को दूर करने के लिए हमने आगे समस्या के बारे में बता दिया है. हालांकि ऐसा नहीं होना चाहिए लेकिन इसमें यह भी नहीं कहा जा सकता कि इसमें पूरे बिल्डिंग में कोई समस्या है क्योंकि यह तो किसी हाल में से पानी आ रहा है जिसे टीम देखेगी और देखने के बाद उस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.

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