राजस्थान के टोंक में विशेष अभियान के तहत खनिज और पुलिस विभाग ने खनन माफियाओं पर संयुक्त कार्रवाई की है. खनन माफियाओं के क्वार्ट्ज फेल्सपार (सफेद रंग का पत्थर) से भरे 6 डंपर सीज किए हैं. सभी डंपर बिना खनिज विभाग के रवन्ने के क्वार्ट्ज फेल्सपार का परिवहन कर रहे थे. इनमें से चार डंपर निवाई के पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा की माता के स्वामित्व वाली बहड़ गांव स्थित खान से भरे गये थे.
इस संयुक्त कार्रवाई के दौरान पुलिस की गिरफ्त में आए चालकों से मिली जानकारी के बाद खनिज विभाग ने बरौनी थाने में 6 एफआईआर दर्ज की है. इनमें से 4 पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा का नाम कराया गया है.
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प्रशांत बैरवा ने लगाया द्वेषतापूर्ण कार्रवाई का आरोप
निवाई के पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा नें पुलिस और खनिज विभाग पर द्वेषतापूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया है. बैरवा ने कहा कि यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से की गई है. पुलिस व खनिज विभाग द्वारा उनकी खान पर जबरिया डंपर खड़े करवाए गए और इसको अंजाम दिया गया. उन्होंने इस कार्रवाई को निवाई के भाजपा विधायक रामसहाय वर्मा के इशारे पर होना बताया.
प्रशांत बैरवा ने ये भी कहा कि उनके परिवार की खान से जो डंपर भरे जाते हैं, वे अंडरवेट तो होते ही हैं. साथ ही रवन्ने जारी किए जाते हैं. वहीं, प्रशांत बैरवा ने बताया कि उन्होंने भी अपनी ओर से बरौनी थाने में षड्यंत्र पूर्वक कार्रवाई किए जाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी है.
मामले में एसपी ने कही ये बात
एसपी राजर्षि राज ने बताया कि अवैध खनन को लेकर वैसे तो सरकार द्वारा 15 जनवरी से अभियान चलाया गया है. मगर, जिले में 1 जनवरी से ही यह अभियान चलाया गया था. इस अभियान के तहत पुलिस और खनिज विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 डंपर सीज किए गए हैं. 6 में से 4 डंपर पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा के यहां से भरे गये थे. यह जानकारी डंपर चालकों द्वारा दी गयी है.
35 लोगों की जा चुकी है गिरफ्तारी
मामले में विस्तृत जांच की जा रही है. पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार जिन चार डंपरों को पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा की मां के स्वामित्व वाली खान से भरना बताया गया. उनमें से सिर्फ एक डंपर उनकी कंपनी के नाम दर्ज बताया गया है. टोंक जिला अवैध खनन के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने में प्रदेश में हमेशा अव्वल रहा है. अभी तक 15 जनवरी से चल रहे विशेष अभियान के तहत 27 प्रकरण दर्ज किये गये हैं. साथ ही 35 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
चालकों के निलंबित किए जा रहे हैं लाइसेंस
एसपी ने आगे बताया कि अवैध खनन को लेकर कई विभागों ने मिलकर संयुक्त अभियान चलाया है. इसके तहत करोड़ों रुपये की बजरी, पत्थर और वाहनों को सीज किया जा चुका है. परिवहन विभाग के साथ मिलकर अवैध खनन में लिप्त मिले वाहनों का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर चालकों के लाइसेंस भी निलंबित किए जा रहे हैं.
मनोज तिवारी