ट्रेन में एक दूसरे पर रखे दो गिलास, 180 किमी की रफ्तार में भी नहीं छलका पानी, देखिए हैरान कर देने वाला वीडियो

भारतीय रेलवे ने अपनी स्वदेशी तकनीक से तैयार वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हाई स्पीड ट्रायल पूरा कर लिया. इस दौरान ट्रेन के अंदर दो गिलासों को एक-दूसरे के ऊपर रखा गया और यह देखा गया कि इतनी तेज रफ्तार में भी पानी बिल्कुल नहीं छलका. भारतीय रेलवे की आधुनिक इंजीनियरिंग की जमकर तारीफ हो रही है.

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ट्रेन की 180 की स्पीड में भी नहीं छलका पानी. (Photo: Screengrab) ट्रेन की 180 की स्पीड में भी नहीं छलका पानी. (Photo: Screengrab)

हिमांशु शर्मा

  • जयपुर,
  • 31 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:30 AM IST

भारतीय रेलवे ने अपनी स्वदेशी तकनीक से तैयार वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (संस्करण–2) का 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हाई स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. इसी के साथ रेलवे ने कमाल का प्रदर्शन किया. यह ट्रायल पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में कोटा से नागदा खंड के बीच किया गया. इस दौरान ट्रेन की स्टेबिलिटी, बाइब्रेशन, इमरजेंसी ब्रेक और सेफ्टी सिस्टम सहित अन्य जरूरी तकनीकी पहलुओं की जांच की गई.

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इस ट्रायल को खास बनाते हुए रेलवे ने एक रोचक प्रयोग भी किया. ट्रेन के अंदर दो गिलासों को एक-दूसरे के ऊपर रखा गया और यह देखने के लिए गिलास में पानी नहीं छलके. यह प्रयोग ट्रेन की स्टेबिलिटी और सस्पेंशन सिस्टम की जांच के लिए किया गया. परिणाम चौंकाने वाला था- 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के बावजूद पानी बिल्कुल भी नहीं छलका. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. भारतीय रेलवे की तकनीक की जमकर तारीफ हो रही है.

यहां देखें Video

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि इस सफल हाई स्पीड ट्रायल से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के आगामी परिचालन के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है. उन्होंने कहा कि यह ट्रायल भारतीय रेलवे की आत्मनिर्भर और आधुनिक तकनीक की क्षमता को दर्शाता है. चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी जनक कुमार गर्ग और मंडल रेल प्रबंधक अनिल कालरा की मौजूदगी में यह ट्रायल पूरा हुआ. ट्रायल की प्रक्रिया में रिसर्च डिजाइन, इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई, मेधा सर्वो ड्राइव्स लिमिटेड और फेवली इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सीनियर अफसर भी मौजूद थे.

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इस परीक्षण में 16 कोचों की स्लीपर रेक का इस्तेमाल किया गया, जो लंबी दूरी की यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर आधुनिक तकनीक और आरामदायक सुविधाओं से लैस है. ट्रेन में स्लीपर कैटेगरी के लिए आरामदायक बर्थ, एडवांस्ड सस्पेंशन, ऑटोमेटिक दरवाजे, आधुनिक शौचालय, फायर एंड सेफ्टी मॉनीटरिंग सिस्टम, सीसीटीवी, डिजिटल पैसेंजर इनफॉर्मेशन सिस्टम और एनर्जी इफिशिएंट सिस्टम मौजूद हैं.

इस ट्रायल से साबित हो गया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन न केवल हाई स्पीड में सेफ और स्टेबल है, बल्कि यात्रियों के लिए आरामदायक और विश्वस्तरी अनुभव भी देती है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन गति में होने के बावजूद गिलासों से पानी नहीं छलका. भारतीय रेलवे का यह ट्रायल स्वदेशी तकनीक और इंजीनियरिंग का नतीजा है.

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