महाराष्ट्र में भाषा के नाम पर राजनीतिक दंगल जारी है. हिंदी और मराठी का यह विवाद अब महाराष्ट्र की सीमा के पार उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड तक पहुँच गया है. महाराष्ट्र में दलों और गठबंधनों की हदें टूट रही हैं. भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री और मंत्री अपनी ही पार्टी के सांसद के बयान का विरोध कर रहे हैं.