एनिमल मूवी में सिख लड़ाके और हिटलर का कनेक्शन सुपरहिट भले हो जाए, पर बवाल तय है

बॉलीवुड में आजकल वीभत्स हिंसा सफलता का सबसे बड़ा फार्मूला है. शाहरुख खान जैसे रोमांटिक फिल्मों के बादशाह को एक्शन फिल्मों में सफल होते देख रणवीर कपूर भी अपने एक्शन अवतार को लेकर आ रहे हैं. अब देखना है कि कंट्रोवर्सी इस फिल्म का बेड़ा गर्क करती है या सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करती है.

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एनिमल मूवी में दर्शकों को रणबीर कपूर का नया अवतार देखने को मिलेगा एनिमल मूवी में दर्शकों को रणबीर कपूर का नया अवतार देखने को मिलेगा

संयम श्रीवास्तव

  • नई दिल्ली,
  • 24 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

दिल्ली में एक टीन एज लड़का अपने से भी एक कम उम्र के लड़के पर चाकुओं से करीब 50 वार करता है. उसके बाद हत्या करने की खुशी में डेडबॉडी के पास ही डांस करता है. जिन लोगों ने एनिमल फिल्म का ट्रेलर देखा होगा उसके हीरो में कुछ ऐसा ही वहशीपन वाला अंदाज दिखा होगा. यूथ को अपने नायक का यही टशन पसंद आता है. फिल्मों को हिट कराने का निर्माताओं पर प्रेशर इस तरह का है कि दिन प्रति दिन हिंसा करने वाले हथियार की लंबाई चौड़ाई बढती जा रही है. बात यहां तक होती तो भी ठीक थी पर अब इसे समुदायों और धार्मिक प्रतीक चिह्नों तक ले जाने की कोशिश हो रही है. निश्चित ही इन नए तौर तरीके से कंट्रोवर्सी के साथ फिल्मों की रीच बढ़ेगी और बॉक्स ऑफिस पर अच्छे रिजल्ट भी मिलेंगे. पर फाइनली समाज कहां जाएगा? हमारे और आपके घरों के बच्चों का क्या होगा? डर ये है कि इस तरह की हिंसा को देखकर किसी दिन किसी चौराहे की सीसीटीवी फुटेज में हम अपने बच्चों की रियल फिल्म न देख रहे हों. 

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'ब्रह्मास्त्र' और 'तू झूठी मैं मक्कार' की सफलता के बाद, अभिनेता रणबीर कपूर अपनी नई फिल्म 'एनिमल' में एक नए अवतार के साथ अपने प्रशंसकों से मुखातिब हो रहे हैं. रणबीर कपूर की इन दोनों फिल्मों को हिट कहा गया था पर इन फिल्मों से उनके प्रशंसकों को निराशा हुई थी. दरअसल रणवीर कपूर बॉलिवुड के उन हीरो में से हैं जो सुपर स्टार माने जाते हैं. इनकी फिल्मों का औसत चलना फिल्म के फ्लॉप होने के बराबर ही होता है. इसलिए रणबीर कपूर को भी पठान और जवान जैसी एक जबरदस्त हिट की जरूरत है.

बॉलीवुड में आजकल वीभत्स हिंसा सफलता का सबसे बड़ा फार्मूला है. शाहरुख खान जैसे रोमांटिक फिल्मों के बादशाह को एक्शन फिल्मों में सफल होते देख रणवीर कपूर भी अपने एक्शन अवतार को लेकर आ रहे हैं. अब देखना है कि कंट्रोवर्सी इस फिल्म का बेड़ा गर्क करती है या सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करती है.फिल्म की कहानी के बारे मे अभी किसी कुछ पता नहीं है पर हिटलर की स्टाइल और उसके प्रतीक चिह्न स्वास्तिक के यूज करने के चलते फिल्म पर बवाल होना तय है. इसके साथ ही पंजाबी लोक गीत अर्जुन वेल्ले के चलते फिल्म को सिख इतिहास से भी जोड़ा जा रहा है.

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'बिगड़ैल मर्द' किरदारों वाली फिल्मों की बढ़ रही डिमांड

साउथ में अर्जुन रेड्डी और हिंदी में कबीर सिंह बनाकर चर्चा में आए संदीप वेंगा को ऐसे कैरेक्टर गढने में महारथ हासिल है जो सनकी हो, परफेक्ट न हो और अपनी सनक में कुछ भी कर जाए पर अपनों पर जान देता हो. वेंगा यूथ सेंटिमेंट को समझते हैं इसलिए उनकी फिल्में सुपर डुपर हिट हो रही हैं. उनकी फिल्मों के अनुसार जवान लड़के ऐसे ही होते हैं. बॉडी, स्वैग, स्टाइल, दारू, सिगरेट, टशन, उस पर मरने वाली खूबसूरत जहीन लड़की,पैसा, बाइक इन सबसे मिलकर उनके हीरो का किरदार खड़ा होता है. एनिमल इस तरह के कैरेक्टर का ही विस्तार है. उसमें इतिहास और धर्म का छौंका अगर लग गया तो फिल्म ऱॉकेट हो सकती है.

हीरो में हिटलर की झलक!

हालांकि फिल्म के बारे में सभी जानकारियों को गुप्त रखा गया है पर सेट से लीक हुई तस्वीर और अब ट्रेलर देखकर यही लगता है कि फिल्म के नायक रणबीर कपूर के कुछ प्रतीक और भाव-भंगिमाएं द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एडॉल्फ हिटलर के नाजी शासनकाल से बेहद मिलती-जुलती हैं. वरुण धवन और जान्हवी कपूर अभिनीत 'बवाल' रिलीज के बाद भी इस तरह का विवाद खड़ा हुआ था.
'एनिमल' के सेट से लीक हुई तस्वीर में दो लोगों को स्वास्तिक चिन्ह के सामने खड़े देखा जा सकता है, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजीवाद के आधिकारिक चिह्न के समान है. दोनों व्यक्तियों ने भी अपने सामने हथियार उठाये हुए हैं, और यह 'हेल हिटलर' भाव के साथ एक भयानक समानता है जो हिटलर के शासन में एक आम अभिवादन अभ्यास था. फिल्म के ट्रेलर में भी स्वास्तिक का निशान और हिटलर के अभिवादन के स्टाइल में रणबीर कपूर को कसम खाते हुए देखा जा सकता है. अधिकांश लोगों का मानना ​​​​था कि यह नाजी प्रतीक नहीं है, बल्कि पृष्ठभूमि में पवित्र हिंदू स्वस्तिक निशान है. हालांकि रणवीर कपूर के हाथ के इशारे वाली स्टाइल के चलते लोग उसकी तुलना हिटलर से कर रहे हैं.

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...और अर्जन वेल्ली से गुरु गोबिंद सिंह का कनेक्शन भी!

अर्जन अर्जन वेल्ली ने पैर जोड़कर गंड़ासी मारी... बहुत ही कर्णप्रिय गीत है. इसे ढाडी-वार शैली का पंजाबी लोकगीत बताया जा रहा है. 18वीं शताब्दी में मुगलों से लड़ते समय इस तरह के गीत गाये जाते थे. ढाडी-वार संगीत शैली दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह के समय से चली आ रही है. इसी शैली में इस गीत को फिल्म में लोक गायक भूपिंदर बब्बल ने गाया है. रिलीज़ होने के केवल 3 दिनों में, अर्जन वैली यूट्यूब इंडिया पर नंबर 3 पर ट्रेंड कर रहा था. स्टोरी लिखे जाने से तीन दिन पहले तक अकेले YouTube पर 11 मिलियन से अधिक बार देखे जाने और Spotify पर चार्ट में शीर्ष पर रहने के साथ इंस्टाग्राम रील्स पर पहुंच गया है.

अर्जन वेल्ली का ऐतिहासिक चरित्र 20वीं सदी के विद्रोही नायक जग्गा जट्ट या रॉबिन हुड जैसे डाकू जियोना मोरह की तरह पंजाबी कहानियों में गहराई से निहित है. गीत का विषय, रणबीर सिंह द्वारा निभाया गया चरित्र से ऐसा लगता है कि यह मुगल राज के दौरान सिख सामंती विजय, युद्धों और लड़ाइयों के दिनों की कहानी को आज के परिवेश में बदल दिया गया है. सिख इनसाइक्लोपीडिया के अनुसार, अर्जन सिंह नलवा या 'अर्जन वेल्ली', मालवा क्षेत्र के रहने वाले थे.कहा जाता है कि सिख साम्राज्य के दौरान उनके पास जागीर थी और वह सिख खालसा फौज के कमांडर-इन-चीफ, हरि सिंह नलवा के चार बेटों में सबसे छोटे थे. यह गाना एनिमल में रणबीर के किरदार के लिए एक रूपक के रूप में काम करता है. असली 'अर्जन वेल्ली' और एनिमल में रणबीर कपूर के किरदार के बीच दिलचस्प समानताएं सामने आती हैं.

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तो फिल्‍म का निष्‍कर्ष क्‍या है?

फिल्‍मी हीरो में आक्रोश भरने के लिए एनिमल के निर्माताओं ने पंजाबी लोक कथाओं के बिगड़ैल लड़ाकों की किंवदंतियों को रणबीर कपूर के किरदार में भरने की कोशिश की है. इन कथाओं में बेशक अर्जुन वेल्ली कोई इज्‍जतदार किरदार नहीं है. उसके खूनखराबे के खूब किस्‍से हैं. लेकिन, उसी किरदार में जिस तरह हिटलर को जोड़ दिया गया है, वह शौर्य का प्रतीक नहीं है. हिटलर विकृति का प्रतीक है. नस्‍लभेद का प्रतीक है. एक हीरो में इन दोनों को साथ-साथ नहीं परोसा जाना चाहिए था.

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