ओडिशा के कोरापुट में एक शख्स की हत्याकर उसके शव को जंगल में नदी के तल में गाड़ने का मामला सामने आया है. हत्या के इस मामले में तीन भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जिन्होंने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था.यह घटना तब सामने आई जब पुलिस ने बायपारीगुडा ब्लॉक के कडाकुंडा जंगल में क्राइम सीन के रिक्रिएट किया. मृतक की पहचान दानदावडी गांव के समारू पुजारी के रूप में हुई है.
रिपोर्टों के अनुसार, बीते 4 अगस्त को दानदावडी पंचायत के मथापडियागुडा स्थित एक खेत में धन भूमिया नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में पहले एक महिला को गिरफ्तार किया था. लेकिन धन भूमिया के तीन बेटों को संदेह था कि उनके पिता की हत्या में समारू पुजारी भी शामिल था.
बदला लेने की भावना से हरिचंद्र, भीम और सोमनाथ भूमिया नामक तीनों भाई 29 अगस्त की रात लगभग 11 बजे समारू के घर में घुस आए. उन्होंने एक कुएं के अंदर उस पर बेरहमी से हमला किया, उसकी हत्या कर दी और फिर उसके शव को लगभग चार किलोमीटर दूर कडाकुंडा जंगल में ले गए. वहां उन्होंने नदी के तल में एक गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया.
जांच के बाद, बायपारीगुडा पुलिस ने जंगल में तलाशी अभियान चलाया और समारू पुजारी के शव के अवशेष बरामद किए. दो आरोपियों ,28 साल के हरिचंद्र और 25 साल के भीम भूमिया को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरा आरोपी सोमनाथ फरार है.
युवकों के पिता धना भूमिया की इस साल 4 अगस्त को हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद बोइपारीगुडा पुलिस ने मामला (संख्या 161/2025) दर्ज किया और मोती दलेई नामक महिला को गिरफ्तार किया.
हत्या के बाद तीनों भाइयों ने मिलकर शव को पास की एक नदी में ले जाकर नदी के तल में गाड़ दिया और अपराध छिपाने के लिए उसे पत्थरों से ढंक दिया. पूछताछ के दौरान, हरिचंद्र और भीमसेन ने अपना अपराध कबूल कर लिया और पुलिस को घटनास्थल पर ले गए. एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट और गवाहों की मौजूदगी में शव को कब्र से निकाला गया. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा, जबकि फरार आरोपी सोमनाथ भूमिया को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.
अजय कुमार नाथ