MP: जिंदगी की जंग हार गई वेदिका, BJP नेता ने अपने दफ्तर में मार दी थी गोली

मध्य प्रदेश के जबलपुर में आखिरकार वेदिका ठाकुर जिंदगी की जंग हार गई. आरोप है प्रियांश विश्वकर्मा नाम के कथित बीजेपी नेता ने अपने दफ्तर में उसे गोली मार दी थी. बीते 10 दिनों से वो अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थी. अब उसकी मौत के बाद पुलिस ने प्रियांश पर हत्या का चार्ज भी लगाया है.

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धीरज शाह

  • जबलपुर,
  • 26 जून 2023,
  • अपडेटेड 7:59 PM IST

मध्य प्रदेश के जबलपुर में बहुचर्चित और सनसनीखेज वेदिका ठाकुर हत्याकांड में अब पुलिस ने आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा पर हत्या का केस दर्ज किया है. बता दें कि सोमवार को वेदिका ठाकुर ने इलाज के दसवें दिन दम तोड़ दिया. उसे अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था.

वेदिका को 16 जून को मारी गई थी गोली

इसके बाद वेदिका की मौत की सूचना अस्पताल द्वारा पुलिस को दी गई. एडिशनल एसपी संजय अग्रवाल का कहना है कि वेदिका की मौत के बाद अब धारा 307 को बढ़ाकर धारा 302 की जाएगी. गौरतलब है कि प्रियांश विश्वकर्मा ने 16 जून को वेदिका को अपने दफ्तर में गोली मार दी थी, जिसके बाद वह गोली उसके पेट में रीढ़ की हड्डी में जाकर फस गई थी. 

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वेदिका की मौत के बाद डॉक्टर ने पोस्टमार्टम कर गोली निकाली जिसे पुलिस ने जब्त किया है और जांच के लिए एफएसएल टीम को भेजा है. अब बैलेस्टिक एक्सपर्ट द्वारा यह पुष्टि की जाएगी कि जो गोली वेदिका के पेट से मिली है वह प्रियांश के पास मौजूद पिस्टल से ही चली थी.

इसके साथ ही पुलिस अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है जिससे यह पता चल सके की गोली चलाई गई थी या धोखे से चली थी. इस पूरे गोली कांड के पीछे असली वजह अभी भी स्पष्ट नहीं है. जबलपुर पुलिस ने इस पूरे मामले को चिन्हित और सनसनीखेज अपराधों की श्रेणी में रखा है.

यानी ऐसे मामले की न केवल सतत निगरानी होगी बल्कि साक्ष्य और गवाहों को समय पर सुनवाई के दौरान अदालत में पेश कर आरोपी को सजा दिलाने की भी पुरजोर कोशिशें की जाएगी. 

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प्रियांश विश्वकर्मा के ऑफिस में सीसीटीवी बंद

बिल्डर और तथाकथित बीजेपी नेता प्रियांश विश्वकर्मा के ऑफिस में सीसीटीवी और डीवीआर के बंद होने का भी खुलासा हुआ है, लिहाजा पुलिस को आखिरी उम्मीद सर्वर कंपनी से है, लिहाजा सीसीटीवी से जुड़े सर्वर कंपनी को भी जबलपुर पुलिस ने पत्र लिखा है. 

इस पूरे मामले में प्रियांश विश्वकर्मा जेल में है और अब उसकी मुसीबतें बढ़ना तय है. दूसरी तरफ वेदिका ठाकुर के परिजन शुरू से ही पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहे हैं. अब वेदिका की मौत के बाद भी उनका आक्रोश कम नहीं हुआ है.

वेदिका के परिजनों की मानें तो आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा के रसूख के आगे पुलिस नरमी बरत रही थी. इस बीच गमगीन माहौल में वेदिका के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही वेदिका का शव नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल से इनकम टैक्स चौक स्थित घर ले जाया गया वहां शव देखकर वेदिका की मां और बहन फूट-फूट कर रोने लगी.

कमलनाथ ने बीजेपी सरकार पर बोला हमला

वेदिका की मौत पर दुख जताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्विटर पर लिखा, जबलपुर की बेटी वेदिका ठाकुर के दुखद निधन का समाचार प्राप्त हुआ. आरोप है कि भाजपा से जुड़े एक नेता ने कुछ दिन पहले वेदिका को गोली मार दी थी. उनका उपचार किया गया, लेकिन उनका जीवन नहीं बचाया जा सका.  मैं बेटी वेदिका के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति दें. मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या वजह है कि नेमावर से लेकर जबलपुर तक बेटियों पर अत्याचार में आपकी पार्टी के लोगों का सीधा हाथ दिखाई दे रहा है? क्या आप इतने लाचार हैं कि इन्हें रोक नहीं पाते या फिर इन्हें रोकना ही नहीं चाहते? सत्ताधारी पार्टी के संरक्षण में हो रहे अपराध मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी आफत बन गए हैं.

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