'पापा बचाओ...' चिल्ला रही थी नहर में डूबती लड़की, दो लड़कों की सूझबूझ ने ऐसे बचाई जान

खरगोन जिले में मानवता और साहस की मिसाल देखने को मिली, जहां दो युवकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर 25 फीट गहरी ओंकारेश्वर बांध की मुख्य नहर में डूब रही युवती को बचा लिया. स्वेटर और हुडी को रस्सी बनाकर किए गए इस रेस्क्यू का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. पुलिस ने युवकों को सम्मानित करने की अनुशंसा की है.

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'पापा बचाओ...' चिल्ला रही थी नहर में डूबती लड़की, दो लड़कों ने ऐसे बचाई जान (Photo: ITG) 'पापा बचाओ...' चिल्ला रही थी नहर में डूबती लड़की, दो लड़कों ने ऐसे बचाई जान (Photo: ITG)

उमेश रेवलिया

  • खरगोन ,
  • 18 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में बुधवार को दो युवकों ने अद्भुत साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए 25 फीट गहरी ओंकारेश्वर परियोजना की मुख्य नहर में डूब रही एक युवती की जान बचा ली. यह घटना बड़वाह थाना क्षेत्र में खंडवा रोड पर आम पंचवटी होटल के पास की है. युवकों के इस साहसिक कारनामे का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद लोग उनकी जमकर सराहना कर रहे हैं.

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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवती नहर में गिरने के बाद तेज बहाव से बचने के लिए बबूल की कांटेदार झाड़ी को पकड़कर खुद को संभालने की कोशिश कर रही थी. वह घबराहट में लगातार 'पापा बचाओ, पापा बचाओ...' चिल्ला रही थी. उसी दौरान वहां से गुजर रहे दो युवक- दीपेश चौहान और सुजल बेलगोटिया ने उसकी आवाज सुनी और तुरंत नहर की ओर दौड़े. नहर की गहराई और तेज बहाव को देखकर भी दोनों पीछे नहीं हटे.

दोनों युवक आरओ वॉटर केन बांटने का काम करते हैं और लोडिंग वाहन से रोजाना की तरह पानी सप्लाई पर निकले थे. मौके पर न तो कोई रस्सी थी और न ही मदद के लिए कोई मौजूद था. ऐसे में उन्होंने तुरंत अपने स्वेटर और हुडी उतारकर उन्हें आपस में बांध दिया और एक अस्थायी रस्सी बनाई. रस्सी का एक सिरा सुजल ने मजबूती से पकड़ा, जबकि दूसरा सिरा थामकर दीपेश तेज बहाव वाली नहर में उतरे.

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काफी मशक्कत के बाद दीपेश ने युवती का हाथ पकड़ा और सुजल की मदद से उसे सुरक्षित बाहर निकाला. बाहर आते ही युवती बदहवास होकर जमीन पर लेट गई. कांटेदार बबूल पकड़ने के कारण उसके हाथों से खून बह रहा था और उसके मुंह से सफेद झाग भी निकल रहा था. युवती इतनी घबराई हुई थी कि अपना नाम और पता भी नहीं बता पा रही थी.

दोनों युवकों ने बिना देर किए उसे बड़वाह के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों द्वारा उसका प्राथमिक उपचार किया जा रहा है. बड़वाह थाना प्रभारी बलराम राठौड़ ने बताया कि दोनों युवकों ने असाधारण साहस और मानवता का परिचय दिया है. पुलिस द्वारा उन्हें पुरस्कृत करने के लिए उच्च अधिकारियों को अनुशंसा भेजी जाएगी.
 

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