Vedika Thakur Murder Case: वेदिका का मर्डर, सहेली पायल गायब... चाचा के सवालों पर पुलिस की चुप्पी!

मध्य प्रदेश के जबलपुर में वेदिका ठाकुर की हत्या के बाद उसके चाचा अशोक ठाकुर ने पुलिस पर गंभीर सवाल लगाए हैं. वेदिका के चाचा ने कहा कि जिस वक्त उनकी भतीजी को गोली मारी गई उस समय उसकी सहेली पायल भी उसके साथ थी. अब वो गायब है. पुलिस उसके बारे में कुछ नहीं बता रही है.

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वेदिका की हत्या के बाद उसकी सहेली भी गायब वेदिका की हत्या के बाद उसकी सहेली भी गायब

धीरज शाह

  • जबलपुर,
  • 27 जून 2023,
  • अपडेटेड 8:22 AM IST

MP News: मध्य प्रदेश के जबलपुर में 26 साल की एमबीए छात्रा वेदिका ठाकुर 10 दिन बाद आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई. 16 जून को बीजेपी नेता प्रियांश विश्वकर्मा ने उसे अपने दफ्तर में गोली मार दी थी जिसके बाद सोमवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक जिस वक्त वेदिका को गोली मारी गई थी उस वक्त उसके साथ उसकी दोस्त पायल भी थी जो घटना के बाद से ही गायब है.

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वेदिका के चाचा ने उठाए सवाल: 

वेदिका ठाकुर के चाचा अशोक ठाकुर ने बताया कि 16 जून को वेदिका अपनी सहेली पायल के साथ बीजेपी नेता प्रियांश विश्वकर्मा के दफ्तर गई थी. साढ़े 12 बजे से एक बजे के बीच मेरी भतीजी वेदिका को गोली लगती है जिसके बाद से पायल लापता है. पुलिस ने अभी तक नहीं बताया कि वो कहां है. उन्होंने कहा, मेरी भतीजी को प्रियांश विश्वकर्मा द्वारा गोली मार दी गई और इसके बाद जगह-जगह लेकर भटकता रहा. इसके बाद शाम 6 बजे अपने परिचित बड़ेड़िया जी के अस्पताल में उसे छोड़कर फरार हो गया.

बीजेपी नेताओं के साथ प्रियांश की तस्वीर: वेदिका के चाचा

वेदिका के चाचा ने कहा कि लोग सच्चाई जानते हैं. शहर के विधायकों के साथ, राज्य के मुख्यमंत्री के साथ उसका (प्रियांश) पोस्टर लगता है. अब बीजेपी कहती है कि वो पार्टी का सदस्य नहीं है. यह बड़ी विडंबना वाली बात है कि जनप्रतिनिधि ऐसा कहते हैं. 19 जून को पुलिस ने वेदिका को गोली मारने के आरोप में प्रियांश विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया था.

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7 घंटे तक वेदिका को गाड़ी में लेकर घूमता रहा प्रियांश

इस हत्याकांड में जांच के दौरान पता चला है कि अपने दफ्तर में वेदिका को गोली मारने के बाद प्रियांश 7 घंटे तक उसे अपनी गाड़ी में लेकर घूमता रहा और बाद में अपने परिचित के अस्पताल में छोड़कर फरार हो गया. इस दौरान घटनास्थल पर सबूत मिटाने की भी कोशिश की गई. आरोपी प्रियांश ना सिर्फ सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर अपने साथ ले गया बल्कि जिस पिस्टल से गोली मारी गई थी उसे भी अपने साथ लेकर फरार हुआ.

मौते के बाद वेदिका के शरीर से निकाली गई गोली

वेदिका की मौत के बाद डॉक्टर ने पोस्टमार्टम कर उसके शरीर से गोली निकाली जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है.  पुलिस ने उस गोली को जांच के लिए एफएसएल टीम के पास भेज दिया है. बैलेस्टिक एक्सपर्ट द्वारा यह पुष्टि की जाएगी कि जो गोली वेदिका के पेट से मिली है वह प्रियांश के पास मौजूद पिस्टल से ही चली थी. इसके साथ ही पुलिस अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है जिससे यह पता चल सके की गोली चलाई गई थी या धोखे से चली थी. इस पूरे गोलीकांड के पीछे असली वजह अभी भी स्पष्ट नहीं है. 

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पेशे से बिल्डर है वेदिका को गोली मारने वाला प्रियांश

वेदिका को अपने दफ्तर में गोली मारने वाला बीजेपी नेता प्रियांश पेशे से बिल्डर है. वेदिका की मौत के बाद प्रियांश विश्वकर्मा के ऑफिस में सीसीटीवी और डीवीआर के बंद होने का भी खुलासा हुआ है.  अब पुलिस को आखिरी उम्मीद सर्वर कंपनी से है. सीसीटीवी से जुड़े सर्वर कंपनी को जबलपुर पुलिस ने पत्र लिखा है. इस पूरे मामले में प्रियांश विश्वकर्मा जेल में है और अब उसकी मुसीबतें बढ़ना तय है क्योंकि अब उस पर हत्या का केस भी दर्ज हो गया है.

पढ़ने में काफी होशियार थी वेदिका

पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही वेदिका का शव नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल से इनकम टैक्स चौक स्थित घर ले जाया गया वहां शव देखकर वेदिका की मां और बहन फूट-फूट कर रोने लगी. वेदिका के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी पढ़ने-लिखने में काफी होशियार थी.

वेदिका ठाकुर जबलपुर के एक बेहद सामान्य परिवार से थी. उसके परिवार में एक भाई और दो बहने हैं. वेदिका के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है जबकि उसकी मां हाउसवाइफ है.

वेदिका के पिता अपेक्स बैंक में गार्ड के रूप में कार्यरत थे. गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी जिसके बाद उनकी जगह वेदिका के भाई को नौकरी मिली है.

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