Bhopal: बिना फेंसिंग कोलार सिक्स-लेन पर लगा दिए पौधे, चारा समझ चर गए मवेशी

Catteles Eats Plants On Bhopal Six-Lane Project: भोपाल के उपनगरीय इलाके कोलार की लाइफ लाइन कहे जाने वाले सिक्स लेन के सौंदर्यीकरण के तहत नगर निगम सिक्स-लेन के डिवाइडर पर करीब 20 हजार पौधे लगाने जा रहा है. इसके साथ ही वहां फेंसिंग भी लगाई जानी है. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 10 करोड़ रुपए है, जिसमें मेंटेनेंस भी शामिल है.

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भोपाल में सिक्स-लेन पर लगे पौधे चर गए मवेशी. भोपाल में सिक्स-लेन पर लगे पौधे चर गए मवेशी.

रवीश पाल सिंह

  • भोपाल,
  • 18 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 8:37 PM IST

Catteles Eats Plants On Six-Lane Project: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोलार सिक्स लेन पर नगर निगम की लापरवाही का एक मामला सामने आया है. यहां बिना किसी सुरक्षा के सैकड़ों पेड़-पौधे सिक्स लेन पर लगा दिए गए, जो मवेशियों का चारा बन गए. अब निगम इस मामले में कार्रवाई की बात कर रहा है.

दरअसल, भोपाल के उपनगरीय इलाके कोलार की लाइफ लाइन कहे जाने वाले सिक्स लेन के सौंदर्यीकरण के तहत नगर निगम सिक्स-लेन के डिवाइडर पर करीब 20 हजार पौधे लगाने जा रहा है. इसके साथ ही वहां फेंसिंग भी लगाई जानी है. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 10 करोड़ रुपए है, जिसमें मेंटेनेंस भी शामिल है.

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हाल ही में हुई बारिश के बाद ठेकेदार ने पौधे लगाने शुरू कर दिए, लेकिन इन पौधों की सुरक्षा के लिए उनके आसपास न तो फेंसिंग की गई और न ही ट्री गार्ड लगाए गए. नतीजतन, मवेशियों ने पौधों को चारा समझकर खा लिया और अब वहां सिफ उनके ठूंठ दिखाई दे रहे हैं.

नगर निगम के पास फिलहाल यह आंकड़ा नहीं है कि कितने पौधे लगाए गए थे, लेकिन अनुमान है कि कुल पौधों के करीब 25 प्रतिशत पौधे लगाए जा चुके थे, जो सभी मवेशी खा गए. 

कोलार सिक्स लेन के सेंट्रल वर्ज पर बोगनवेलिया, पीपल, चंपा, पाम ट्री जैसे पौधे लगाए गए थे, लेकिन उनमें से कई को मवेशी खा गए, जबकि कुछ ऐसे पौधे हैं, जो मवेशी नहीं खाते, लेकिन उनके खुरों से कुचल गए.

नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने aajtak से बात करते हुए कहा कि मामला संज्ञान में आया है और हम जानकारी ले रहे हैं कि कितने पौधे लगाए जा चुके थे और इस पर कितना खर्च हुआ है. मामले में कार्रवाई की जाएगी.

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वहीं, निगम की उद्यानिकी शाखा के प्रमोद मालवीय ने aajtak से बात करते हुए कहा कि ठेकेदार को काम की शर्तों के तहत पहले ग्रिल या जाली लगाना जरूरी था. लेकिन बारिश के चलते उसने पौधे लगा दिए, जो मवेशियों ने खा लिए.

हालांकि, हमारी टेंडर शर्तों के मुताबिक पौधों को लगाने के साथ-साथ सेंट्रल वर्ज को सुरक्षित करना भी ठेकेदार की ज़िम्मेदारी है. जो पौधे मवेशी खा गए हैं, उन्हें भी ठेकेदार ही दोबारा लगाएगा. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो निगम के पास उसके भुगतान को रोकने का अधिकार है.

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