MP News: ग्वालियर पुलिस ने शहर में संचालित हो रहे दो हाई-प्रोफाइल फर्जी मैरिज कॉल सेंटरों का पर्दाफाश किया है. मायपार्टनर इंडिया और यूनीक रिश्ते जैसी वेबसाइट्स के नाम पर लोगों को शादी और दोस्ती का झांसा देकर ठगने वाले इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने 20 युवतियों को पकड़ा है और 2 महिला मैनेजरों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस की जांच में आरोपियों ने ठगी के जिस तरीके मॉडस ऑपरेंडी का खुलासा किया, वह चौंकाने वाला है. गिरोह mypartnerindia.com और uniquerishtey.com नाम से वेबसाइट चलाता था.
जैसे ही कोई इंटरनेट यूजर वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करता, उसकी डिटेल कॉल सेंटर पहुंच जाती. इसके बाद कर्मचारी गूगल से किसी भी सुंदर लड़की का फोटो डाउनलोड कर ग्राहक की जाति और उम्र के हिसाब से उसे व्हाट्सएप पर भेजते थे.
लड़की पसंद आने पर ग्राहक की प्रोफाइल के हिसाब से उससे मोटी मेंबरशिप फीस वसूली जाती थी. पैसे मिलते ही कॉल सेंटर की युवतियां ही वह 'भावी दुल्हन' बनकर ग्राहक से मीठी-मीठी बातें करती थीं ताकि वह और सर्विस के नाम पर पैसे देता रहे.
SSP धर्मवीर सिंह यादव और एएसपी सुमन गुर्जर के निर्देश पर क्राइम ब्रांच की दो टीमों ने मयूर प्लाजा और द्वारिकाधीश मंदिर के पास एक साथ कार्रवाई की. एक सेंटर पर 13 और दूसरे पर 7 युवतियां चैटिंग और कॉल के जरिए ग्राहकों को फांसती मिलीं.
पुलिस ने मौके से राखी गौड़ (24) निवासी संकटमोचन नगर सुरैयापुरा मुरार, सीता उर्फ शीतल चौहान (26) निवासी दर्पण कॉलोनी थाठीपुर को गिरफ्तार किया है. गिरोह का मुख्य सरगना तिलेश्वर पटेल फिलहाल फरार है. वही डाटा और वेबसाइट मैनेज करता था.
आरोपियों के पास से 45 मोबाइल फोन, 12 ATM कार्ड, 2 कंप्यूटर, सिम कार्ड्स और बैंकों की चेकबुक-पासबुक जब्त की गई हैं.
इस गैंग ने देशभर के करीब 1500 लोगों को ठगी का शिकार बनाया. इनकी कमाई प्रति सेंटर 2.5 लाख से 3 लाख रुपए महीना थी. युवतियों को 5000 हजार रुपए सैलरी के अलावा टारगेट पूरा करने पर बोनस दिया जाता था. युवतियां शादी का रिश्ता जोड़ने के नाम पर पहले मेंबरशिप फीस लेती थीं और फिर होने वाली दुल्हन से बात कराने के नाम पर अलग से पैसे वसूलती थीं. जबकि खुद ही आवाज और पहचान बदलकर बात करती थीं.
YES Bank, HDFC, SBI, AXIS सहित 10 से ज्यादा बैंकों में इन लड़कियों के खाते मिले. पुलिस अब इन खातों के एक साल के लेनदेन का ब्योरा खंगाल रही है.
सर्वेश पुरोहित