MP: भोपाल के रचना टॉवर में हुई 12 लाख की लूट का खुलासा, नौकरी से निकाला गया कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड

पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि लूट का मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि शराब कंपनी का पूर्व कर्मचारी मदन सेन था जो नौकरी से निकाले जाने के बाद से नाराज था. उसने ही यूपी के दो आरोपियों को पैसे देकर लूट करवाई थी. इसमें इनका सहयोग भोपाल की एक युवती ने किया उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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(प्रतीकात्मक फोटो) (प्रतीकात्मक फोटो)

रवीश पाल सिंह

  • भोपाल ,
  • 12 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 11:26 PM IST

विधायकों और सांसदों के लिए बनी बहुमंजिला इमारत में हुई 12 लाख रुपये की लूट के मामले का भोपाल पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया. पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि लूट का मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि शराब कंपनी का पूर्व कर्मचारी मदन सेन था जो नौकरी से निकाले जाने के बाद से नाराज था. उसने ही यूपी के दो आरोपियों को पैसे देकर लूट करवाई थी. इसमें इनका सहयोग भोपाल की एक युवती ने किया उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि लूट का केस दर्ज करने के बाद थाना गोविंदपुरा, मिसरोद, बागसेवनियां और क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारियों सहित कुल 8 टीमें गठित कर तत्काल छानबीन में लगाई गईं. फरियादी पक्ष से अलग-अलग विस्तृत चर्चा कर संपूर्ण घटना की जानकारी ली गई. रचना टावर के प्रत्येक फ्लैट के निवासियों से चर्चा कर जानकारी ली गई एवं घटनास्थल के आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज को खंगाला गया.

शराब कंपनी का पूर्व कर्मचारी निकला लूट का मास्टरमाइंड

फरियादी पक्ष से प्रांरभिक पूछताछ में संदेह हुआ कि शराब कंपनी के किसी पूर्व अथवा वर्तमान कर्मचारी की मिलीभगत से वारदात हुई होगी. इस संदेह को ध्यान में रखते हुए कंपनी के भोपाल में कार्यरत सभी 28 कर्मचारियों से कड़ी पूछताछ की गई. पुलिस की संयुक्त टीमों द्वारा घटनास्थल से 25 किमी. की परिधि में लगभग 500 CCTV कैमरों के फुटेज देखे गए. इसके अलावा भोपाल रेलवे स्टेशन, रानी कमलापति स्टेशन, सभी बस स्टैंड इनकी पार्किंग्स, सुलभ शौचालय, रैनबसेरे, होटल, लाज, ढाबे, शराब दुकान इत्यादि स्थानों पर सघन चैकिंग कर CCTV फुटेज और जानकारियां जुटाई गईं. जिसके आधार पर शराब कंपनी के पूर्व कर्मचारी मदनलाल सेन पर विश्वास पक्का होने पर उसे हिरासत में लिया गया और उससे पूछताछ की गई.

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मदनलाल ने अपना कबूल करते हुए बताया कि उसने उत्तर प्रदेश के हरियाणा बार्डर के दो कुख्यात बदमाशों को 6 अगस्त की रात्रि में गोंडवाना एक्सप्रेस ट्रेन से बुलवा कर रचना टावर स्थित फ्लैट की रैकी करवाई और अपनी ही कंपनी के रचना टावर स्थित ऑफिस में ग्यारह लाख रुपये केश के लूट की वारदात को अंजाम दिया. घटना के लिए आरोपी मदनलाल सेन ने अपनी मुंह बोली बहन सुषमा रायकवार को भी शामिल किया. दो बदमाशों द्वारा लगभग एक घंटे तक रचना टावर में घूम कर रेकी की और  वारदात को अंजाम दिया. 

पुलिस ने आरोपी की मुंहबोली बहन को भी किया गिरफ्तार 

योजना अनुसार दोनों बदमाश घटना के बाद पैदल सुभाष नगर विश्राम घाट पहुंचे जहां मदन लाल सेन और सुषमा रायकवार स्कूटी लेकर उनका इंतजार कर रहे थे. बदमाशों के आते ही सुषमा अपनी स्कूटी से उन्हें फरार करवाने की नियत से गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया आईटीआई  गेट तक लेकर गई और दोनों बदमाशों को उनका हिस्सा देकर फरार करवा दिया. इसके बाद सुषमा रायकवार और मदन लाल सेन ने अपने मोबाइल बंद कर लिए और पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखने लगे. 

अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस 

गिरफ्तार आरोपियों से घटना में इस्तेमाल की गई  स्कूटी, एक देसी कट्टा, चार जीवित राउंड कारतूस बरामद किया. साथ उनके घर पर रखा कैश भी बरामद कर लिया. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. 

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