MP: यूरिया की आस में खड़े किसानों को दोपहर में खिलाए बिस्किट, रात में पुलिस ने लाठियों से खदेड़ा

Fertiliser Issue in MP: दोपहर में प्रशासन ने लाइन में लगे किसानों के लिए बिस्किट-पानी का इंतजाम किया था, लेकिन रात में घर जाने का ऐलान होने पर विरोध हुआ तो बल प्रयोग कर दिया गया. इससे मंडी में हंगामा मच गया.

Advertisement
खाद के लिए लाइन में लगे किसानों को खदेड़ती पुलिस.(Photo:Screengrab) खाद के लिए लाइन में लगे किसानों को खदेड़ती पुलिस.(Photo:Screengrab)

विजय कुमार विश्वकर्मा

  • रीवा ,
  • 03 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:03 PM IST

मध्य प्रदेश के रीवा में पिछले दिनों से खाद मिलने की आस में खड़े किसानों पर पुलिस ने बल प्रयोग कर दिया. जिन किसानों को खाद और टोकन नसीब नहीं हुआ था वे किसान मंडी रात में कतार लगा कर सुबह होने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान किसानों की तबियत बिगड़ने लगी तो प्रशासन ने बिस्किट पानी का इंतजाम किया. रात में पुलिस घर जाने के लिए एनाउंस कर दिया. जब किसानों ने विरोध जताया तो पुलिस ने लाठियां मार कर खदेड़ दिया.

Advertisement

शहर की करहिया मंडी स्थित खाद गोदाम का यह मामला है. रविवार को जैसे ही यूरिया बंटने की खबर मिली हजारों किसान मंडी में कतार लगा कर खड़े हो गए. यूरिया की आस में दिन रात किसान, महिलाएं और बच्चे भूखे प्यासे डटे रहे. इस दौरान मौसम की मार पड़ी, बारिश हुई और पानी से किसान तर बतर हो गए.

इसके अलावा, भूख-प्यास से कई किसानों को चक्कर आ गए. न तो भोजन का ठिकाना और ना ही पानी मिल रहा था. बावजूद इसके किसान लाइन छोड़कर जाने को तैयार नहीं थे. मजबूरन प्रशासन ने किसानों को धूप पानी से बचाने के लिए तिरपाल लगाई, बिस्किट, पानी आदि का इंतजाम किया. 

मंगलवार देर रात प्रशासन ने एनाउंस किया कि खाद बंटने का निर्धारित समय है. किसानों अपने अपने घर जाएं, कोई गोदाम के सामने खड़ा नहीं रहेगा. देखें Video:- 

Advertisement

यह सुनकर किसान आक्रोशित हो गए. जैसे ही किसानों ने विरोध जताया, पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठियां चला दीं. किसानों को खदेड़ कर गोदाम से दूर भगा दिया. 

प्रशासन का कहना है कि यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता है. बावजूद इसके किसानों को लग रहा है कि उन्हें खाद नहीं मिलेगा और इस वजह से काफी सांख्य में एक साथ पहुंच रहे हैं. जिससे वितरण की व्यवस्था बिगड़ रही है. प्रशासन की इस हरकत से किसानों में काफी रोष देखने को मिल रहा है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement