मध्य प्रदेश के छतरपुर में शनिवार को बड़ा हादसा टल गया. यहां कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही ट्रेन के D5 कोच में अचानक धुआं-धुआं हो गया. जिसके चलते यात्री सहम गए. इस दौरान घबराए यात्रियों ने ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी. जिससे ट्रेन रुक गई. अच्छी बात ये है कि ट्रेन में सवार किसी भी यात्री के घायल होने की खबर नहीं है.
स्टेशन मास्टर के मुताबिक नीचे लगी रबड़ रगड़ने के कारण धुआं उठा था. जिससे D5 कोच के यात्री घबरा गए. इस दौरान एक 1 घंटे तक ट्रेन खड़ी रही और अधिकारियों ने जांच के बाद ट्रेन को रवाना किया.
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आपको बता दें कि इससे पहले कावराईपेट्टई में दरभंगा बागमती एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. ट्रेन में सवार यात्रियों को शनिवार को एक विशेष ट्रेन से दरभंगा के लिए रवाना किया गया था. रेलवे अधिकारियों ने बताया था कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. फिलहाल दुर्घटनास्थल पर ट्रैक को बहाल करने का काम जोरों पर चल रहा है. रेलवे ने बताया कि ट्रेन संख्या 12578 मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस 11 अक्टूबर को रात करीब 8.30 बजे एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई और यात्रियों को बसों से पोन्नेरी और फिर दो ईएमयू स्पेशल ट्रेनों से चेन्नई सेंट्रल ले जाया गया.
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सभी यात्रियों के पहुंचने के बाद उन्हें अरक्कोणम, रेनीगुंटा और गुडूर होते हुए दरभंगा जाने वाली विशेष यात्री ट्रेन में चढ़ाया गया. यात्रियों को भोजन के पैकेट और पानी उपलब्ध कराया गया और विशेष ट्रेन सुबह 4.45 बजे रवाना हुई. दक्षिणी रेलवे के महाप्रबंधक आर एन सिंह ने कहा कि इसे यहां (कावराईपेट्टई स्टेशन) नहीं रुकना था, इसलिए इसे यहीं से गुजरना था. चेन्नई से रवाना होने के बाद इस ट्रेन के लिए हरी झंडी दी गई. चालक सिग्नल का सही तरीके से पालन कर रहा था, लेकिन ट्रेन को मुख्य लाइन पर जाना चाहिए था. इसके बजाय, यह स्विच पर लूप लाइन पर चली गई, जहां गलती हुई.
लोकेश चौरसिया