Lok Sabha Chunav 2024: बीजेपी एक तरफ 400 पार की बात कर रही है तो दूसरे तरफ फ्लेक्स में भाजपा प्रत्याशी की फ़ोटो हीं नहीं लग रही है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के बैतूल में सामने आया, जहां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की जनसभा का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में स्वागत के लिए लगाए गए. फ्लेक्स में भाजपा प्रत्याशी की फोटो नहीं लगी थी. मामला के तूल पकड़ते ही कुछ फ्लेक्स हटवा दिए गए और कुछ फ्लेक्स के ऊपर दूसरे फ्लेक्स लगवा दिए.
बैतूल के मलाजपुर में आयोजित मुख्यमंत्री की जनसभा कार्यक्रम में स्वागत के लिए फ्लेक्स लगाए गए थे. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री, डॉ मोहन यादव सहित कई बड़े नेताओं के साथ ही स्थानीय विधायक गंगा बाई उइके और भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष एवं सर्व यादव समाज के जिला अध्यक्ष कांतिलाल यादव का भी बड़ा फोटो लगा था. फ्लेक्स में नीचे स्थानीय लोगों के फोटो लगे थे. लेकिन इन फ्लेक्स पर भाजपा प्रत्याशी दुर्गादास उइके का फोटो नहीं लगा था.
प्रचार के दौरान एक बड़े कार्यक्रम में मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी दुर्गादास उइके जो पिछले चुनाव में 3 लाख 60 हजार से ज्यादा मतों से चुनाव जीते थे. उनकी फोटो फ्लेक्स में ना लगने का मामला सामने आया तो तत्काल ही आठ फ्लेक्स में से चार फ्लेक्स हटा दिए गए और एक फ्लेक्स के ऊपर दूसरा फ्लेक्स लगाया जिसमें भाजपा प्रत्याशी का फोटो लगा था. इसके अलावा मंच पर जो फ्लेक्स लगा था उसमें भाजपा प्रत्याशी की फोटो नीचे लगी थी जिसके कारण वह दिख नहीं रही थी.
इन फ्लेक्स को भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष कांतिलाल यादव के साथियों की तरफ से लगाया गया था. सबसे खास बात है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हर चीज की जांच होती है और जब भी फ्लेक्स लग रहे थे तो इनकी जांच क्यों नहीं हो पाई? यह महत्वपूर्ण बात है या जानबूझकर ऐसा किया गया.
भाजपा कार्यकर्ता रवि बघेल का कहना है कि फ्लेक्स कांति यादव ने लगवाए हैं जिसमें भाजपा प्रत्याशी की फोटो नहीं है. फोटो लगना चाहिए थी. भाजपा जिला महामंत्री कमलेश सिंह का कहना है कि पार्टी स्तर पर ऐसे फ्लेक्स नहीं लगाए गए हैं. अगर किसी ने लगाए हैं तो इसकी जानकारी जुटाई जाएगी और संगठन स्तर पर कार्रवाई की जाएगी.
फ्लेक्स को लेकर भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष कांति लाल यादव का कहना है कि हमारे कुछ उत्साही साथियों ने फ्लेक्स लगा दिए थे. हमने पता किया तो उन्होंने बताया कि सांसद जी की फोटो लगा देते तो वह चुनाव खर्च में जुड़ जाता. भूलबस उन्होंने लगा दिए. राजनीति में कोई ऊपर जाता है तो कई लोगों को तकलीफ रहती है तो वह अलग-अलग बात करता रहता है उन्हीं ने हाईलाइट कर दिया.
राजेश भाटिया