साहित्य आजतक 2019 के मंच पर शिक्षाविद्, आलोचक और रचनाकार उदय प्रकाश ने सत्र 'साहित्य का उदय' में शिरकत की. साहित्य आजतक में उदय प्रकाश के काव्य संग्रह 'अंबर में अबावील' का लोकर्पण भी किया गया. बातचीत के दौरान उदय प्रकाश ने राम, राम जन्मभूमि, रामायण, बाबरी विध्वंस, अनुच्छेद 370 जैसे विषयों पर भी अपनी सोच को व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि राम किसी लेखन और धर्म से पहले के हैं और उन्हें किसी कस्बे या जिले तक सीमित नहीं किया जा सकता. रामायण को कई लोगों ने और कई तरह से लिखा है जिनके अलग-अलग दृष्टिकोण रहे हैं. उन्होंने कहा कि राम को किसी एक दृष्टिकोण से नहीं देखा जा सकता और न ही किसी एक जगह के वो हो सकते हैं. वीडियो देखें.