ब्रेस्टफीडिंग वीक हर साल 1 से 7 अगस्त के बीच मनाया जाता है. दुनियाभर में शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार और स्तनपान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह सप्ताह मनाया जाता है. लेकिन क्या आपको पता है ब्रेस्टफीडिंग न सिर्फ बच्चे के लिए बल्कि मां के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.
ब्रेस्टफीडिंग की वजह से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, प्री-मोनोपोजल ओवेरियन कैंसर, डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट-अटैक का खतरा कम होता है. एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ था. शोध में यह भी पता चला था कि जो औरतें नियमित रूप से बच्चों को स्तनपान कराती हैं, उनका हृदय ज्यादा बेहतर काम करता है.
मां का दूध है बच्चे के लिए अमृत
यह शोध 45 साल या उससे ज्यादा उम्र की 74,785 ऑस्ट्रेलियन महिलाओं पर किया गया था. इसमें पाया गया था कि स्तनपान करवाते समय जो हार्मोन्स रिलीज होते हैं, वो औरतों के कॉर्डियोवस्कुलर सिस्टम को फायदा पहुंचाते हैं. स्तनपान नियमित रूप से कराने वाली महिलाओं का स्वास्थ्य हमेशा दुरुस्त रहता है.
शिशु के लिए क्यों जरूरी मां का दूध
मां का दूध एक संपूर्ण आहार है जिसमें बच्चे की जरूरत के सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में पाए जाते है. इन्हे शिशु आसानी से हजम कर लेता है. मां के दूध में मौजूद प्रोटीन और फैट गाय के दूध की तुलना में भी अधिक आसानी से पच जाता है. इससे शिशु के पेट में गैस, कब्ज, दस्त आदि की समस्या नहीं होती है और बच्चे की दूध उलटने की संभावना भी बहुत कम होती है.
सुमित कुमार / aajtak.in