मछली का तेल काफी ज्यादा हेल्दी माना जाता है. आपने फिश ऑयल के सप्लीमेंट्स को मेडिकल स्टोर में रखा हुआ देखा होगा. सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन जैसी फैटी मछलियों से निकाला गया यह तेल पोषक तत्वों से भरपूर है जो आपके ब्रेन, हार्ट, स्किन और बहुत कुछ के लिए काम करता है.
मछली के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड, खास तौर पर EPA (ईकोसापेंटेनोइक एसिड) और DHA (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड), विटामिन A और D, आयोडीन और सेलेनियम की भरपूर मात्रा होती है. साथ में, ये पोषक तत्व इंफ्लेमेशन और इम्यूनिटी से लेकर हार्मोन बैलेंस और ब्रेन के काम तक सब कुछ रेगुलेट करने के लिए जिम्मेदार हैं. आइए जानते हैं क्यों आपको डेली डाइट में फिश ऑयल को शामिल करना चाहिए.
आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर
मछली के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन डी, विटामिन ए, ईपीए, डीएचए, आयोडीन और सेलेनियम भरपूर मात्रा में होता है. संयुक्त रूप से, ये पोषक तत्व इम्यूनिटी, सेलुलर रिपेयर, हार्मोनल संतुलन का सपोर्ट करते हैं.
ब्रेन फंक्शन और मेंटल हेल्थ का सपोर्ट
मछली के तेल में मौजूद ओमेगा-3, खास तौर पर DHA, ब्रेन के लिए ईंधन का काम करता है. वे याददाश्त बढ़ाते हैं, और डिप्रेशन के खतरे को कम करते हैं. कई स्टडीज में फिश ऑयल को डाइट में शामिल करने के बारे में कहा गया है, क्योंकि यह ब्रेन की कोशिकाओं को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है और मूड-संबंधी केमिकल्स के स्राव का सपोर्ट करता है. जब DHA का हमारा सेवन बहुत कम होता है, तो इससे अटेंशन-डेफिसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD), ऑटिज्म, डिप्रेशन, बाइपोलर डिसऑर्डर और यहाँ तक कि आत्महत्या के ख्याल आने का खतरा बढ़ जाता है.
कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मददगार
मछली के तेल को हेल्दी डाइट के हिस्से के रूप में सेवन करने से ट्राइग्लिसराइड्स और बैड कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) का लेवल कम हो जाता है. यह धमनियों में प्लाक जमाव और हार्ट रिलेटेड दिक्कतों को कम करने में मदद करता है.
शरीर में इंफ्लेमेशन कम करता है
मछली के तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं. यह फैटी लिवर, जोड़ों के दर्द या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर जैसी बीमारियों में होने वाली क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन को कम कर सकता है.
आंखों की हेल्थ में करता है सुधार
मछली के तेल का डीएचए विजन और समय के साथ आंखों में होने वाली दिक्कत से निपटने में मदद करता है. रोजाना खाने से रेटिना के फंक्शन और आई हेल्थ में सुधार होता है.
त्वचा संबंधी समस्याओं से लड़ता है
मछली का तेल स्किन की बनावट, नमी और इलास्टिसिटी को बेहतर बनाने में मदद करता है. मछली के तेल के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण एक्जिमा, मुंहासे और सोरायसिस जैसी बीमारियों को ठीक करने में भी फायदेमंद है, जिसके चलते समय के साथ स्किन साफ और हेल्दी हो जाती है.
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क