टी-बैग्स का चलन इन दिनों काफी बढ़ गया है जिसे लोग गर्म पानी या गर्म दूध में डालकर चाय का आनंद लेते हैं. ये टी-बैग्स हमारी चाय की क्रेविंग का तो इलाज हैं लेकिन इनके इस्तेमाल से हम बीमार पड़ सकते हैं. आजकल अधिकतर टी-बैग्स में प्लास्टिक के कण मिले होते हैं जिन्हें गर्म पानी में डालकर पीने से एक ही बार में अरबों माइक्रो और नैनो प्लास्टिक्स हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं.
दिसंबर 2024 में स्पेन की Autonomous University of Barcelona (UAB) के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी प्रकाशित की जिसमें यह खुलासा हुआ कि कैसे पॉलिमर आधारित टी-बैग्स गर्म पानी में डालने पर अरबों माइक्रो और नैनोप्लास्टिक्स रिलीज करते हैं. इस शोध में कहा गया कि लगभग 203°F (फारेनहाइट) गर्म पानी में एक टी-बैग डालने से आपकी चाय की कप में 11.6 अरब माइक्रोप्लास्टिक्स और 3.1 अरब नैनोप्लास्टिक्स रिलीज होते हैं.
अबू धाबी स्थित सस्टेनिबिलीटी स्पेशलिस्ट शैलजा रवि बताती हैं, 'पहले टी बैग्स पेपर के बने होते थे लेकिन अब नाइलॉन, PET और प्रॉपिलिन जैसे सिंथेटिक फाइबर से बने टी बैग्स चलन में हैं. इन प्लास्टिक्स का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि ये लंबे समय तक चलती हैं, ज्यादा हीट को सहन कर पाती है और पानी में डालने पर इनका आकार बना रहता है. लेकिन जब ये बैग्स गर्म पानी में जाती हैं तो बैग्स के मैटेरियल टूटने लगते हैं और आपकी चाय में माइक्रोप्लास्टिक्स रिलीज होते हैं.'
वो बताती हैं कि माइक्रोप्लास्टिक्स इंसानों की सेहत और पर्यावरण के लिए बहुत नुकसानदेह होते हैं और समुद्री जीवों को भी नुकसान पहुंचाते हैं. जब हम माइक्रोप्लास्टिक्स को निगलते हैं तो पाचन में दिक्कतें आ सकती हैं, कुपोषण का खतरा होता है और गंभीर मामलों में मौत भी हो सकती है. माइक्रोप्लास्टिक्स से सांस संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं.
बचने के लिए क्या करें?
टी-बैग्स से शरीर को होने वाले नुकसान से बचने के लिए आप कुछ कदम उठा सकते हैं जैसे-
टी बैग्स के बजाए चाय की खुली पत्तियों का इस्तेमाल- टी बैग्स से शरीर को होने वाले नुकसान को पूरी तरह खत्म करने के लिए आप चाय की खुली पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं. बैग्स के बजाए पानी में चाय की पत्तियां डालकर उबालें, छाने और पी लें.
बायोडिग्रेडेबल टी बैग्स का इस्तेमाल- अगर आपको टी बैग्स ही पसंद हैं तो ऐसे ब्रांड्स का इस्तेमाल करें जो पेपर, कॉटन और सन से टी बैग्स बना रहे हों. आजकल कुछ ब्राड्स इको फ्रेंडली टी बैग्स बना रहे हैं जिनमें प्लास्टिक के कण मौजूद नहीं होते.
चाय छानने के लिए स्टेनलेस स्टील की छननी का इस्तेमाल- अगर आप खुली चाय की पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं तो उसे छानने के लिए प्लास्टिक की छननी के इस्तेमाल के बजाए स्टेनलेस स्टील की छननी का इस्तेमाल करें. प्लास्टिक वाली चाय की छननी से भी माइक्रोप्लास्टिक्स निकलते हैं जो चाय के साथ शरीर में जा सकते हैं.
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