Signs your periods: आपके पीरियड्स आपकी ओवरऑल हेल्थ की एक झलक दिखाती है. पीरियड्स आपके हार्मोनल, रिप्रोडक्शन और यहां तक कि मेटाबॉलिज्म से भी जुड़ा हुआ है, इसीलिए आपके पीरियड्स में होने वाला बदलाव किसी ना किसी समस्या का संकेत दे सकते हैं. लाइफस्टाइल, स्ट्रेस, पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम), एंडोमेट्रियोसिस, फाइब्रॉएड आदि की वजह से पीरियड्स में बदलाव देखने को मिल सकता है. पीरियड्स के पैटर्न पर ध्यान देने से समस्याओं का जल्दी पता लगाने में मदद मिल सकती है. हम आपको कुछ संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको इग्नोर नहीं करना चाहिए.
कई समस्याओं की ओर इशारा करते हैं आपके पीरियड्स-
हैवी ब्लीडिंग- अगर आपका पैड दो घंटे से भी कम टाइम में भर जाता है या हैवी ब्लड क्लॉटिंग निकलते हैं, तो यह फाइब्रॉएड, हार्मोनल असंतुलन या रक्त के थक्के जमने संबंधी समस्याओं की ओर इशारा कर सकता है. कुछ मामलों में, यह एंडोमेट्रियल हाइपरप्लासिया (गर्भाशय की परत का मोटा होना) या यहां तक कि शुरुआती स्टेज के ओवरी कैंसर का भी संकेत हो सकता है.
अनियमित पीरियड- पीरियड साइकिल में 21 दिनों से कम या 35 दिनों से ज्यादा का अंतर होने से पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस), थायराइड डिसफंक्शन या प्रोलैक्टिन के बढ़े हुए लेवल का संकेत हो सकता है. क्रोनिक स्ट्रेस और ज्यादा वेट लॉस होना या बढ़ना भी ओव्यूलेशन को प्रभावित करके आपके पीरियड्स पर बुरा असर डालता है.
पीरियड्स मिस होना- कई महीनों तक पीरियड्स न आना और कंसीव न होना PCOS, समय से पहले मेनोपॉज या हाइपोथैलेमस एमेनोरिया (अक्सर स्ट्रेस या ज्यादा एक्सरसाइज) का संकेत हो सकता है. यह संकेत दे सकता है कि शरीर ठीक से ओवुलेट नहीं कर रहा है, जो फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है.
तेज क्रैंप्स- पीरियड्स के दौरान हल्के क्रैंप्स आना आम बात होती है लेकिन अगर आपको असहनीय दर्द का सामना करना पड़ रहा है तो यह चिंता की बात हो सकती है.
बहुत हल्का या कम पीरियड होना- पीरियड का कम होना हार्मोनल इंबैलेंस जैसे कि एस्ट्रोजन के कम लेवल का संकेत हो सकता है, जो फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है. यह ज्यादा एक्सरसाइज, स्ट्रेस या कम वजन से भी जुड़ा हो सकता है.
पीरियड्स के रंग में बदलाव- आपके पीरियड्स की शुरुआत या अंत में गहरे भूरे या काले रंग का ब्लड अक्सर यूट्रस से निकलने वाला पुराना ब्लड होता है. हालांकि, लगातार गहरे, गाढ़े या बदबूदार खून का आना इंफेक्शन या गर्भाशय से स्राव की समस्या का संकेत हो सकता है. पूरे खून में चमकीला लाल रंग का खून आना हेल्दी फ्लो का संकेत हो सकता है.
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क