लिवर में बहुत ज्यादा फैट जमने की वजह से फैटी लिवर बीमारी हो जाती है. लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो हमारे खून में केमिकल्स की मात्रा को संतुलित रखता है. लिवर पित्त रस भी बनाता है जो लिवर में मौजूद खराब पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. इसके अलावा, यह हमारे शरीर के लिए प्रोटीन का निर्माण, आयरन जमा करने और पोषक तत्वों को एनर्जी में बदलने का काम करता है.
हालांकि, जब हमारे लिवर में फैट की मात्रा काफी ज्यादा हो जाती है तो यह लिवर के सामान्य कामकाज को प्रभावित करने लगता है. इससे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
मुख्य तौर पर, फैटी लिवर बीमारी दो तरह की होती है: एल्कोहॉलिक फैटी लिवर बीमारी और नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर बीमारी. एल्कोहॉलिक फैटी लिवर बीमारी की समस्या बहुत अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने के कारण होती है. जबकि नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर बीमारी की समस्या उन लोगों को होती है जो शराब का सेवन या तो बिल्कुल भी नहीं करते या बहुत कम मात्रा में करते हैं.
दोनों ही स्थितियों में व्यक्ति को लिवर सिरोसिस के खतरे का सामना करना पड़ सकता है, जो कि लिवर डैमेज की एडवांस स्टेज होती है.
क्या होता है लिवर सिरोसिस?
सिरोसिस, लिवर कैंसर के बाद सबसे गंभीर बीमारी है. लिवर सिरोसिस होने पर लिवर की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं और उनकी जगह पर फाइबरयुक्त ऊतकों का निर्माण होता है.
किसी बीमारी की वजह से या शराब पीने के कारण जब आपका लिवर खराब होता है तो उस स्थिति में लिवर खुद की मरम्मत करने की कोशिश करता है. इसी दौरान स्कार टिशू (फाइबरयुक्त मोटे ऊतक) बनने लगते हैं.
जैसे जैसे सिरोसिस बढ़ता है, स्कार टिशू ज्यादा से ज्यादा मात्रा में बनने लगते हैं, जिसके चलते लिवर को काम करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. सिरोसिस की समस्या काफी ज्यादा बढ़ने पर इसे एडवांस सिरोसिस कहा जाता है जिसके चलते आपकी जान भी जा सकती है.
लिवर सिरोसिस के लक्षण और संकेत
लिवर सिरोसिस होने पर इसके कोई भी शुरुआती संकेत और लक्षण नजर नहीं आते हैं. अक्सर इसके संकेतों का पता तब चलता है जब यह समस्या काफी ज्यादा बढ़ चुकी होती है. सिरोसिस के संकेतों और लक्षणों में शामिल हैं-
थकान
हल्का सी चोट पर ज्यादा खून निकलना
भूख कम लगना
उल्टी
टांगों, पैरों और टखनों में सूजन
वजन कम होना
त्वचा में खुजली लगना
स्किन और आंखों का पीला दिखाई देना
पेट में फ्लूइड बनना
त्वचा पर रक्त कोशिकाओं का जाल जैसा बनना
हथेलियां लाल होना
महिलाओं में, पीरियड्स का अचानक से रुकना
पुरुषों में, यौन इच्छा कम होना
भ्रम, बार-बार नींद का एहसास और बोलने में बार-बार अटकना
क्या कदम उठाने चाहिए
अगर आपको अपने में इनमें से कोई भी संकेत या लक्षण नजर आते हैं तो जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें.
हालांकि इस बात का पता लगाना काफी मुश्किल है कि कुछ लोगों में फैटी लिवर बीमारी की समस्या क्यों होती है लेकिन कुछ फैक्टर्स इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे-
मोटापा
टाइप 2 डायबिटीज
अंडरएक्टिव थायरॉइड
इंसुलिन रेजिस्टेंस
हाई ब्लड प्रेशर
मेटाबॉलिक सिंड्रोम
स्मोकिंग
कैसे कम करें फैटी लिवर बीमारी का खतरा
फैटी लिवर बीमारी के खतरे को कम करने के लिए हेल्दी प्लांट बेस्ड डाइट जैसे फ्रूट्स, सब्जियां, साबुत अनाज, और हेल्द फैट्स लें.
हेल्दी वेट को मेनटेन करें. अगर आपका वजन ज्यादा है या आपको मोटापे की समस्या है तो कैलोरी इनटेक घटाएं और रोजाना एक्सरसाइज करें.
अगर आपका हेल्दी वेट है तो, इसे हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के जरिए मेनटेन रखने की कोशिश करें. साथ ही एक्सरसाइज को अपने डेली रुटीन में शामिल करें.
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