भारत में करोड़ों लोग नाश्ता, लंच या डिनर में अडे खाना पसंद करते हैं. अंडे को कच्चा, उबालकर, ऑमलेट बनाकर या फिर अंडा करी के रूप में लोग अपने स्वादानुसार खाते हैं. अंडा प्रोटीन का सोर्स होता है और इसे सुपरफूड भी माना जाता है. लेकन कई लोग अंडा बाजार से लाते हैं सीधे उसे उबालने रख देते हैं या फिर उसे सीधे फ्रिज में से निकालकर ऑमलेट बना लेते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अंडे की सतह पर कितनी गंदगी और बैक्टीरिया हो सकते हैं? अगर उसे साफ ना किया जाए तो वो आपके खाने में पहुंचकर संक्रमण फैला सकते हैं और आपको बीमार भी बना सकते हैं. तो आइए जानते हैं अंडे को उपयोग करने से पहले धोना क्यों जरूरी है.
अंडे क्यों धोना ज़रूरी है?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पूरी तरह नहीं धोए गए अंडों की खाल पर धूल-मिट्टी, पंख और यहां तक कि पालतू पक्षियों के मल के कण भी हो सकते हैं. कुछ कंपनियां जो अंडों को पैक करके बेचती हैं वे तो हाइजीन का ध्यान रखती हैं क्योंकि वे पैकिंग से पहले डिसइंफेक्ट प्रोसीजर से अंडों को गुजारती हैं. लेकिन जब आप अंडों को लोकल स्टोरी से लेती हैं तो आपको धोना ही चाहिए.
अंडे भले ही ऊपर से कठोर दिखते हैं लेकिन उनके छिलके में काफी छोटे-छोटे छेद होते हैं. यानी बाहरी कीटाणु अंदर तक पहुंच सकते हैं. वहीं यदि आप उन्हें अच्छे से धो लेते हैं तो ये जोखिम कम हो सकता है.
कौन से बैक्टीरिया होते हैं?
अंडे में मुख्य रूप से साल्मोनेला, ई. कोली और कैम्पिलोबैक्टर बैक्टीरिया शामिल होते हैं. ये जीवाणु आमतौर पर पक्षियों की बीट, दूषित घोंसले के निर्माण की सामग्री, या संग्रह और परिवहन के दौरान अस्वच्छ तरीके से संभाले जाने से उत्पन्न होते हैं. अगर ये अंडे की सतह से आपके शरीर में चले जाते हैं तो पेट दर्द, दस्त या बुखार जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं.
क्या है अंडे धोने का सही तरीका?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अंडे को पकाने से पहले उन्हें बहते पानी के नीचे हल्के हाथों से धोने से सतह पर मौजूद बैक्टीरिया आपके हाथों, बर्तनों या खाने में पहुंचने का खतरा कम हो जाता है. वहीं यदि आप अंडे को फोड़ते हैं तो भी उसकी सतह पर मौजूद बैक्टीरिया का अंडे में मिलने का जोखिम कम हो जाता है.
आजतक हेल्थ डेस्क