त्योहार के सीजन में मिलावटी चीजें बाजार में खूब बिकती हैं. इस दौरान मैदा और चावल के आटे की भी काफी खरीदारी होती है. इनका इस्तेमाल स्वीट डिश, मिठाइयों समेत तरह-तरह के पकवान बनाने में होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं ज्यादा मुनाफे चक्कर में लूटखोर मैदा और चावल के आटे में बोरिक एसिड का इस्तेमाल करते हैं, जिससे हमारी सेहत को बड़ा नुकसान हो सकता है.
FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) ने हाल ही में अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें बोरिक एसिड वाले मैदा और चावल के आटे को पहचानने की तरकीब बताई गई है. ये छोटा सा टिप्स आपकी जेब और सेहत दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
मैदा या चावल के आटे में बोरिक एसिड को पहचानने के लिए एक टेस्ट ट्यूब में 1 ग्राम मैदा लीजिए. इसके बाद उसमें 5 एमएल पानी डालिए और अच्छे से मिक्स कीजिए. इस प्रक्रिया के बाद टेस्ट ट्यूब में कॉन्सनट्रेटेड एचसीएल की कुछ बूंदें डालिए. इसके बाद इस सॉल्यूशन में एक टरमरिक पेपर डालिए. यदि मैदा शुद्ध हुआ तो पेपर के रंग में कोई बदलाव नहीं होगा. लेकिन अगर पेपर का रंग लाल पड़ जाए तो समझ जाइए इसमें मिलावट की गई है.
बोरिक एसिड के नुकसान
बोरिक एसिड एक केमिकल है जो हमारी सेहत के लिए बड़ा हानिकारक साबित हो सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, बोरिक एसिड से पेट में दर्द, बुखार, जी मिचलाना, त्वचा पर लाल धब्बे या जलन, पेल्विक इनफ्लेमेटरी और हाई ब्लड प्रेशर जैसी दिक्कतें बढ़ सकती है.
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