अपने फिटनेस लेवल को जांचने का सभी का अलग तरीका होता है. कुछ लोग इसे वजन से जोड़कर देखते हैं तो कुछ पुश-अप्स या रनिंग के पैमाने पर फिटनेस तय करते हैं. लेकिन, ऐसा सोचना अगर सही है तो मैराथन में दौड़ने वाले किसी इंसान की कम उम्र में क्यों मौत हो जाती है? USA Today की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, एक ब्राजीलियन डॉक्टर ने सिटिंग राइजिंग टेस्ट (SRT) इनवेंट किया है, जो आपके फिटनेस लेवल और जीवन प्रत्याशा (आप कितने साल जिएंगे) के बारे में बताता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, SRT के जरिए कोई भी इंसान घर बैठे फिटनेस लेवल और मौत की संभावनाओं को देख सकता है. पिछले 15 वर्षों में हुए वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि यदि किसी इंसान को फर्श पर बैठने या उठने में परेशानी हो रही है तो सेहत के लिहाज से मामला गंभीर हो सकता है. उठना-बैठना एक बेसिक फंक्शन है, जिसके लिए मांसपेशियों में पर्याप्त ताकत, जोड़ों का कॉर्डिनेशन, बैंलेंस और फ्लेक्सिब्लिटी चाहिए.
कैसे करें टेस्ट
सिटिंग राइजिंग टेस्ट घर पर ही किया जा सकता है. इसमें फर्श पर अपने पैरों को सीधा या क्रॉस करके बैठ जाइए. इसके बाद न्यूनतम सपोर्ट के साथ उठने का प्रयास कीजिए. कोशिश करें कि आपके हाथ, कोहनी, घुटने या जांघों को किसी तरह का सपोर्ट ना मिले. इस तरह धीरे-धीरे स्टैंडिंग पोजिशन में आ जाइए. ये शारीरिक अभ्यास हर इंसान के लिए आसान काम नहीं है, इसलिए टेस्ट के दौरान अपने आस-पास किसी को जरूर खड़ा करें.
खुद को दें स्कोर
यह टेस्ट करने के बाद एक नोट बनाएं और उसमें अपनी शारीरिक क्षमता को स्कोर दें. यदि आपने खड़े होते वक्त हाथ, घुटने या कोहनी का सहारा लिया है तो उसके लिए 10 में से एक-एक प्वॉइंट घटाते जाइए. उदाहरण के तौर पर यदि आपने उठते वक्त दोनों हाथ और घुटनों का सहारा लिया है तो 10 में से 4 प्वॉइंट्स घटा लीजिए. अगर उठते वक्त आपका बैलेंस बिगड़ा था तो उसके लिए भी एक प्वॉइंट घटाना होगा.
अगर आपको उठने-बैठने में कोई दिक्कत नहीं हुई तो खुद को पूरे 10 प्वॉइंट दे सकते हैं. यदि बैठने के बाद आप खड़े होने में असमर्थ हैं तो आपका स्कोर शून्य होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, यदि टेस्ट में किसी इंसान का स्कोर तीन या उससे कम होता है तो अगले पांच वर्षों में उसके मरने की संभावना पांच गुना ज्यादा होती हैं.
स्कोर देखकर ना घबराएं
एक्सपर्ट कहते हैं कि हम में से कोई भी इंसान पैदाइशी एथलीट नहीं होता है. इसलिए अपने हेल्थ स्टेटस को दुरुस्त करने के लिए आप फिटनेस सर्टिफाइड ट्रेनर या फीजियोथेरापिस्ट की मदद ले सकते हैं. इसके लिए आपको बस जोड़ों और मांसपेशियों पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है. खुद पर भरोसा रखिए और सही रास्त चुनिए.
सेहत के बारे में क्या बताता है SRT?
सिटिंग राइजिंग टेस्ट को नो-हैंड टेस्ट भी कहा जाता है जो कि आपकी शारीरिक क्षमता, ओवरऑल हेल्थ और फ्लेक्सिब्लिटी के बारे में काफी कुछ बताता है. SRT में सिर्फ लेग्स और कोर स्ट्रेंथ, बैलेंस, कॉर्डिनेशन और फ्लेक्सिब्लिटी की जरूरत होती है. लेकिन आपको अगर इसे करने में मुश्किल भी होती है तो इसका मतलब ये नहीं कि आप पूरी तरह अनफिट हैं. लंजेस, हैमस्ट्रिंग और प्लैंक जैसे एक्सरसाइज आपको SRT के लिए बेहतर बना सकते हैं.
aajtak.in