सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार से सभी बेंचों पर नियमित सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग की टेस्टिंग शुरू कर दी है. इसके मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट की सभी बेंचों की कार्यवाही को परीक्षण प्रारूप में लाइव स्ट्रीम किया गया. स्ट्रीमिंग सुप्रीम कोर्ट के आधिकारिक यूट्यूब चैनल के बजाय खुद के ऐप पर की गई. फिलहाल, केवल संविधान पीठ के मामलों और सार्वजनिक महत्व की सुनवाई का ही लाइव स्ट्रीमिंग किया जाता है.
बता दें कि शीर्ष अदालत की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि संविधान पीठ के मामलों की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू होने के पहले दिन ही 8 लाख लोगों ने इसकी कार्यवाही देखी. सीजेआई चंद्रचूड़ जो खुद भी तकनीक फ्रेंडली हैं, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कई तकनीक के अनुकूल बदलाव किए हैं.
लाइव स्ट्रीमिंग करने के पीछे का उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता लाना है और आम आदमी को यह पता होना चाहिए कि स्पष्टता के लिए अदालत कैसे काम करती है. तत्कालीन सीजेआई यूयू ललित की अध्यक्षता में फुल कोर्ट की बैठक में प्रमुख सुनवाइयों की लाइव स्ट्रीमिंग करने को लेकर सर्वसम्मत निर्णय लिया गया था.
इसके तहत सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में तय किया कि सभी संविधान पीठों की सुनवाई यूट्यूब चैनल पर लाइव-स्ट्रीम की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग पहली बार 27 सितंबर 2022 को हुई थी, जब तत्कालीन सीजेआई एनवी रमना ने अपने रिटायरमेंट वाले दिन 5 मामलों में फैसला सुनाया था.
कनु सारदा