>एक शराबी आंखें दान करने गया!
काउंटर क्लर्क ने पूछा- कुछ कहना चाहते हो?
शराबी – हां! जिसे भी लगाओ, उसे बता देना 2 घूंट लेने के बाद ही खुलती हैं!
>लड़की का एक्सीडेंट हो गया.
डॉक्टर – आपके पैर खराब हो गए हैं.
लड़की – क्या ये सही नहीं होंगे?
डॉक्टर – नहीं इनको काटना पड़ेगा.
लड़की – ओह नो! अब मैं क्या करुंगी?
डॉक्टर – धीरज रखिए. ईश्वर सब ठीक करेगा.
लड़की – अरे मुझे उसकी टेंशन नहीं है. दरअसल मैंने कल ही नया सैंडल खरीदा है और उस दुकान पर लिखा था- “बिका माल वापस नहीं होगा”.
>मंटू- पापा क्या मैं भगवान की तरह दिखता हूं?
पापा- नहीं! पर तुम ऐसा क्यों पूछ रहे हो बेटा?
मंटू- क्योंकि पापा मैं कहीं भी जाता हूं, तो
सब यही कहते हैं, हे भगवान फिर आ गया.
>दुकानदार - बहन जी आप हमेशा दुकान पर आती हैं,
सारे गहने देखती हैं, मगर ले नहीं जातीं, क्यों...?
पिंकी - ले जाती हूं भाई साहब, आप ही ध्यान नहीं देते...!!!
दुकानदार बेहोश...
>पति - सुनो, रात भर मोबाइल चार्जिंग पर मत लगाना,
बैटरी फट जाएगी...!!!
पत्नी - इतनी भी पागल नहीं हूं,
मैं बैटरी निकाल कर चार्जिंग पर लगाऊंगी...!!!
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>मंदिर में चिंटू - हे भगवान मेरी सरकारी नौकरी लगवा दो...?
भगवान - क्यों खाली हाथ आए... नारियल केला और सेब नहीं लाए..?
चिंटू - भगवान जी आप कर्म करो,
फल की चिंता मत करो...!!!
>बाप- बेटा 5 के बाद क्या आता है?
बेटा- 6 और 7
बाप- शाबाश बेटा ! मेरा बच्चा तो बहुत इंटेलिजेंट है
अच्छा तो 6, 7 के बाद क्या आयेगा?
बेटा- 8, 9, 10….
बाप खुश होकर- और उसके बाद?
बेटा- और उसके बाद…..गुलाम, बेगम और बादशाह!!
>गप्पू – मम्मी एडमिशन फॉर्म में आईडेंटिफिकेशन मार्क क्या लिखूं?
मम्मी – हाथ में मोबाइल लिख दे…
>पहला दोस्त– यार कल तो तू बहुत मायूस था… आज इतना खुश कैसे है ?
दूसरा दोस्त– कल मेरी बीवी ने 7 हजार की साड़ी खरीद ली थी…
पहला दोस्त– अच्छा आज इतना खुश क्यों है… उसने साड़ी वापिस कर दी क्या ?
दूसरा दोस्त– नहीं यार…मेरी पत्नी वही साड़ी पहनकर तेरी पत्नी से मिलने आ रही है...
>एक दोस्त दूसरे दोस्त से – गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया..अब गाड़ी को आगे नहीं ले जा सकते…
दूसरा दोस्त – कोई बात नहीं.. गाड़ी को रिवर्स गियर में लगाओ, घर वापिस चलते हैं..
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)
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