इस बार के बजट ने ये साफ कर दिया कि मोदी सरकार के एजेंडे में इस वक्त पहले नंबर पर किसान हैं और सैलरीड क्लास यानी वेतनभोगी कर्मचारी आउट ऑफ बजट हैं. देखिये कैसे इस बार के बजट में सैलरीड क्लास के उत्साह का बजट बिगाड़ दिया.