बद्रीनाथ में बढ़ा अलकनंदा नदी का जलस्तर, तप्त कुंड के समीप वराह शीला तक पहुंचा पानी

बद्रीनाथ धाम में एक बार फिर से अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. लगातार अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी अब वराह शीला तक पहुंच चुका है.

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बद्रीनाथ में बढ़ा अलकनंदा नदी का जलस्तर बद्रीनाथ में बढ़ा अलकनंदा नदी का जलस्तर

कमल नयन सिलोड़ी

  • बद्रीनाथ,
  • 21 जून 2025,
  • अपडेटेड 12:08 PM IST

बद्रीनाथ धाम में एक बार फिर से अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर बाद से लगातार अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है. जिसके चलते पानी अब वराह शीला तक पहुंच चुका है. हालांकि अभी बारिश नहीं हो रही है लेकिन यहां रिवर फ्रंट के कार्य चल रहे हैं. ऐसे में हल्की बारिश के बाद और ऊंचाई वाले स्थानों में बारिश के चलते अलकनंदा का जलस्तर बढ़ रहा है. 

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पहाड़ों में अभी मानसून ने दस्तक नहीं दी लेकिन मानसून से पहले ही यहां बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. ऐसे में मानसून में यहां यह जलस्तर और ज्यादा डरावना हो सकता है. फिलहाल बढ़ते जलस्तर से कोई हादसा न हो, इसलिए प्रशासन सचेत हो गया है. प्रशासन की तरफ से स्थानीय लोगों और यात्रियों से नदी के करीब नहीं आने की अपील की गई है.

यह भी पढ़ें: Uttarakhand: बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा में बदलाव, ITBP ने IRB को सौंपा जिम्मा

पुलिस टीम लगातार कर रही है अनाउंसमेंट

जलस्तर बढ़ने के बाद नदी के किनारों पर पुलिस टीम को तैनात किया गया है. पुलिस टीम अनाउंसमेंट कर रही है कि कोई भी नदी की तरफ ना जाए क्योंकि जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में कोई भी अनहोनी हो सकती है. साथ ही पुलिस टीम की तरफ से नदी के किनारों पर आने से लोगों को मना भी किया जा रहा है. 

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आपको बता दें कि इससे पहले केदारनाथ मंदिर जाने वाले मार्ग पर बुधवार को भूस्खलन हो गया था. जिससे दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि तीन अन्य घायल हो गए थे. रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि भूस्खलन सुबह 11.20 बजे जंगलचट्टी घाट के पास हुआ, जहां पहाड़ी से पत्थर लुढ़ककर तीर्थयात्रियों और पालकी तथा कुली संचालकों पर गिरे. भूस्खलन के मलबे की चपेट में आने से वे खाई में गिर गए.

पुलिस और एसडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंचे और तलाशी एवं रेस्क्यू अभियान शुरू किया. पुलिस और एसडीआरएफ के जवानों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रस्सियों की मदद से मृतकों और घायलों को खाई से बाहर निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. हालांकि दो लोगों की मौत हो गई थी. जबकि तीन अन्य घायल हो गए थे. 

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