जम्मू-कश्मीर में तीन दिवसीय टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक के साथ ही जी-20 शिखर सम्मेलन का सोमवार को आगाज हो गया है. इसमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय यूनियन और साउथ अफ्रीका जैसे 17 देशों से 60 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. इसी क्रम में 24-25 मई को उत्तराखंड में दूसरी बैठक होगी. इसके लिए मुनि-की-रेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र पूरी तरह से सज-धज कर तैयार हो चुका है.
विदेशी मेहमान शाम को होने वाली गंगा आरती में शामिल होंगे. मुनि-की-रेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का शनिवार को उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी ने निरीक्षण किया था और जरूरी निर्देश दिए थे.
उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू होंगे विदेशी मेहमान
इस क्षेत्र को बेहद खूबसूरती और कलात्मक तरीके से सजाया गया है. यूं तो मां गंगा के पावन तट पर आम दिनों में भी अलग अनूभूति का अहसास होता है. मगर, जी-20 में हिस्सा लेने आ रहे विदेशी मेहमानों को उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू कराने के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
मेहमानों को आकर्षित करेगी बजरंग बली की भव्य आकृति
जानकी सेतु पर जहां बजरंग बली की भव्य आकृति मेहमानों को आकर्षित करेगी, वहीं गंगा घाटों पर लगी रेलिंग की साज-सज्जा भी अपनी ओर आकर्षित करेगी. बता दें कि जी-20 बैठक में शामिल होने के लिए मेहमान सबसे पहले देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतरेंगे.
दीवारों पर उकेरी गई हैं सुंदर आकृतियां
एयरपोर्ट के अंदर और बाहर उन्हें उत्तराखंड की संस्कृति के दीदार कराने के लिए दीवारों पर सुंदर आकृतियां उकेरी गई हैं. एयरपोर्ट से नरेंद्र नगर जाने वाले मार्ग को भी सजाया गया है, यहीं बैठक होनी है. इसी तरह पौड़ी के मुनि-की-रेती और लक्ष्मण झूला में भी नए सिरे से साज-सज्जा की गई है. गंगा नदी के बीच बनी महादेव की प्रतिमा भी आकर्षण का बड़ा केंद्र होगी.
अंकित शर्मा