घायल बच्चे को देख आंसू नहीं रोक पाईं ये महिला IAS, रोते हुए ही दिया आदेश

लखीमपुर पहुंचीं लखनऊ मंडल की कमिश्नर आईएएस रोशन जैकब अचानक एक बच्चे की हालत देखकर फफक-फफक कर रोने लगीं. 14 वर्षीय घायल कफील की मां आसमा ने 3 दिनों से जिला अस्पताल में सही से इलाज ना होने की जानकारी कमिश्नर रोशन जैकब को दी और रोने लगी. इसे देख लखनऊ मंडल की कमिश्नर रोशन जैकब भी अपने आंसू रोक नहीं पाईं और वह भी रोने लगीं.

Advertisement
बच्चे की हालत देख अपने आंसू नहीं रोक पाईं कमिश्नर रोशन जैकब बच्चे की हालत देख अपने आंसू नहीं रोक पाईं कमिश्नर रोशन जैकब

अभिषेक वर्मा

  • लखीमपुर खीरी,
  • 28 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:44 PM IST

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में बस और ट्रक की टक्कर में हुए हादसे में घायलों से मिलने पहुंचीं लखनऊ मंडल की कमिश्नर आईएएस रोशन जैकब अचानक एक बच्चे की हालत देखकर फफक-फफक कर रोने लगीं. दरअसल, 26 सितम्बर को जिले में थाना सदर कोतवाली क्षेत्र के बाजपेई गांव में घर के बाहर खेल रहे बच्चों के ऊपर मिट्टी की दीवार गिर गई थी. यहां देखें वीडियो:-

Advertisement

इस हादसे में 5 बच्चे दब गए थे, जिसमें 2 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि 1 बच्चे की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. बाकी दो बच्चों का इलाज चल रहा है. आज लखनऊ मंडल की कमिश्नर रोशन जैकब लखीमपुर खीरी जिले में बस और ट्रक के बीच हुए हादसे में घायलों का हालचाल लेने एमसीएच अस्पताल पहुंची थीं.

इसी दौरान मौजूद दीवार गिरने से घायल हुए बच्चे कफील के परिजन भी कमिश्नर रोशन जैकब के पास पहुंच गए और बच्चे का अस्पताल में सही से इलाज न होने की शिकायत करने लगे. इस पर लखनऊ मंडल की कमिश्नर रोशन जैकब परिजन के साथ घायल 14 वर्षीय कफील का हालचाल लेने उसके बेड पर पहुंच गईं.

तो वहां मौजूद 14 वर्षीय घायल कफील की मां आसमा ने 3 दिनों से जिला अस्पताल में सही से इलाज ना होने की जानकारी कमिश्नर रोशन जैकब को दी और रोने लगी. इसे देख लखनऊ मंडल की कमिश्नर रोशन जैकब भी अपने आंसू रोक नहीं पाईं और वह भी रोने लगीं. लखनऊ मंडल के कमिश्नर रोशन जैकब ने भावुकता से बच्चे की पीठ पर हाथ रखकर उससे कहा कि तुम जल्दी ठीक हो जाओगे और हम तुम्हें ठीक करा देंगे.

Advertisement

लखनऊ मंडल की कमिश्नर रोशन जैकब ने अपने साथ मौके पर मौजूद जिले के एडीएम, सीडीओ, सीएमओ और डीएम को तत्काल बच्चे को सरकारी मदद से लखनऊ में सरकारी या गैर सरकारी में इलाज कराने के निर्देश दिए और यह भी आश्वस्त किया कि बच्चे के परिजन कोई पैसा नहीं खर्च करेंगे और उन्हें रेड क्रॉस सोसाइटी से मदद की जाएगी.

बताया जा रहा है कि 12 वर्षीय कफील के ऊपर मिट्टी की दीवार गिरने से उसकी रीढ़ की हड्डी में काफी दिक्कत आ गई है, जिसका इलाज लखीमपुर में हो पाना संभव नहीं है. कफील की मां आसमां ने बताया कि कमिश्नर मैडम हमसे कह रही थीं कि इलाज हम करा देंगे, वह भी रो रही थीं, बहुत ज्यादा रो रही थीं.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement