कानपुर में 197 करोड़ रुपये की रकम के साथ गिरफ्तार हुए इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने 66 दिन बाद जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. पीयूष जैन की तरफ से उनके बड़े बेटे प्रत्युष जैन ने अपने वकील के माध्यम से पिता के लिए जमानत याचिका दाखिल की है.
खास बात ये है की जमानत याचिका में पीयूष जैन की तरफ से बताया गया है कि उनके पास कोई पासपोर्ट नहीं है इसलिए उन्हें जमानत मिली चाहिए और वो विदेश भी नहीं भागेंगे. यानी सैकड़ों करोड़ की रकम के मालिक रहे पीयूष कभी विदेश नहीं गए हैं.
बता दें कि कन्नौज में पीयूष जैन के घर से 23 किलो सोना बरामद हुआ था जो विदेशों से आया था. कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पर डीजीजीआई की टीम ने 23 दिसंबर को छापा मारा था जिसमें कई दिनों की कार्रवाई के बाद 197 करोड रुपये कैश बरामद हुआ था.
डीजीजीआई ने 27 दिसम्बर को पियूष जैन को गिरफ्तार कर कानपुर जेल भेज दिया था. डीजीजीआई के विवेचक शम्भू नाथ सिंह ने 27 फरवरी को कोर्ट में पीयूष जैन के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. 182 पेज के चार्जशीट में उसकी कंपनियों के रजिस्ट्रेशन और 53 पेज उसके मेडिकल के शामिल थे.
पीयूष जैन की तरफ से अदालत में जमानत की मांग करते हुए कहा गया है कि मुझे जमानत दे दी जाए, मैं कहीं नहीं भाग सकता क्योंकि मेरे पास कोई पासपोर्ट नहीं है.
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से 197 करोड़ कैश के साथ-साथ 23 किलो सोना भी बरामद हुआ था. यह 23 किलो सोना स्विट्जरलैंड की दो कंपनियों का बताया गया था.
सोने की बरामदगी के बाद डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस यानी डीआरआई भी केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी.
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रंजय सिंह