कावड़ मेले के चलते दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को मेरठ से डासना तक और एनएच-58 को आम जन के लिए बंद कर दिया गया है. सिर्फ कांवड़ियों या पास वाले वाहन और जरूरी सामान वाले वाहन की एंट्री होगी. यह व्यवस्था 26 तक रहेगी. डाक कांवड़ की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कुछ रूट को बंद करने का फैसला किया है.
रविवार रात 12 बजे से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को मेरठ से डासना तक और एनएच-58 को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. अब इस पर सिर्फ कांवड़िए, डाक कावड़, पास वाले वाहन और जरूरी सामान के वाहन ही चल पाएंगे. इसके अलावा किसी भी वाहन की अनुमति नहीं होगी. रूट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
अब किसी को अगर मेरठ से डासना आना है तो उसे पहले मेरठ से हापुड़ रोड जाना होगा फिर गाजियाबाद होते हुए डासना पहुंचेगा. वहीं एनएच-58 बंद होने के कारण हरिद्वार से आने वाले बिजनौर होते हुए मेरठ आएंगे, फिर हापुड़ से दिल्ली आ जाएंगे. वहीं देहरादून से आने वाले मुजफ्फरनगर से जानसट होते हुए मवाना पहुंचेंगे, फिर मेरठ से हापुड़ के रास्ते दिल्ली पहुंच जाएंगे.
मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि डाक कांवड़ के बढ़ते जोर के चलते एक्सप्रेस-वे को मेरठ से डासना तक और दिल्ली-देहरादून एनएच-58 रविवार रात 12 बजे से बंद कर दिया गया है, ये व्यवस्था 26 तक जारी रहेगी, अब सिर्फ डाक कावड़ के वाहन, पास लगे वाहन और जरूरी सामान के वाहन ही जा सकेंगे.
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि इन रूट पर बाकी किसी को भी वाहन को जब तक बहुत जरूरी ना हो, तब तक नहीं जाने दिया जाएगा. वहीं एसपी यातायात जितेंद्र श्रीवास्तव ने शहर के लोगों से अपील की है कि कांवड़ मेले में उनका सहयोग करें, ज्यादा ही जरूरी है, तो घर से निकले, वरना दो दिनों तक सड़क पर नहीं आए.
इससे पहले मेरठ-बुलंदशहर हाईवे को बाइक और कारों के लिए वन वे कर दिया गया था. इस रूट पर मेरठ की तरफ आने वाले भारी वाहनों को पहले से ही प्रतिबंधित किया जा चुका है. इसके अलावा 143 सीसीटीवी कैमरे और सात वॉच टावर के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर निगरानी की जा रही है. हापुड़ जिले के सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.
उस्मान चौधरी