यूपी की राजधानी लखनऊ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और रक्षा प्रौद्योगिकी व परीक्षण केंद्र (डीआरडीओ) की लैब का शिलान्यास किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi Adityanath) भी मौजूद रहे. शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान डीआरडीओ प्रदर्शनी भी आयोजित की गई.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने कहा कि हम ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos Missile) किसी पर हमला करने के लिए नहीं बना रहे हैं, बल्कि हम इसलिए बना रहे हैं, ताकि दुनिया का कोई भी देश हमें आंख दिखाने की हिम्मत न कर सके. उन्होंने कहा कि हम आंख दिखाने वाले को जवाब देने में सक्षम हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा पड़ोसी देश जिसे हमने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नहीं दो बार स्ट्राइक करके ये संदेश दे दिया कि अगर जरूरत पड़ी तो हम इस पार ही नहीं, उस पार भी जाकर मार सकते हैं. भारत के पास परमाणु प्रतिरोधक क्षमता होनी चाहिए, ताकि दुनिया का कोई भी देश हम पर हमला न कर सके और हमने यह दिखाया है. रक्षा मंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यहां डिफेंस टेक्नोलॉजी एंड टेस्ट सेंटर और ब्रह्मोस मैन्युफैक्चरिंग सेंटर की आधारशिला रखी.
उन्होंने कहा कि कोई सोच सकता था कि हाइवे बनेंगे, आज 4 एक्सप्रेसवे बन रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि क्या करें मैं दिल्ली से 100 पैसा भेजता हूं, लेकिन नीचे 15 पैसे पहुंचते हैं. लेकिन आज प्रधानमंत्री ने करके दिखा दिया कि दिल्ली के 100 पैसे सीधे कैसे पहुंचते हैं.
'इस समय अपराधियों की नहीं, बुलडोज़र वालों की बल्ले-बल्ले'
रक्षा मंत्री ने कहा कि किसी भी राज्य की पहली जरूरत होती है चुस्त दुरुस्त कानून व्यवस्था. पहले क्या होता था, ये किसी से नहीं छिपा है. आज सीना ठोंक कर कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की चर्चा पूरे देश में होती है. मुख्यमंत्री माफिया को नहीं बख्शते, इस समय अपराधियों की नहीं, बुलडोज़र वालों की बल्ले-बल्ले है. इसी का परिणाम है कि भारत के ही नहीं, दुनिया के इन्वेस्टर भारत आ रहे हैं, उत्तर प्रदेश आ रहे हैं.
समर्थ श्रीवास्तव