गुप्त राजवंश के आठवें राजा स्कंदगुप्त को बीजेपी राष्ट्र के नायक के तौर पर पेश करने की तैयारी में है. 17 अक्टूबर को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) भारत अध्ययन केंद्र पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करवाएगा. संगोष्ठी का विषय स्कंदगुप्त का ऐतिहासिक पुन:स्मरण और भारत का राजनीतिक भविष्य होगा.
संगोष्ठी में देश के गृह मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मुख्य वक्ता होंगे. कार्यक्रम से जुड़े लोगों का कहना है कि सरकार और बीजेपी स्कंदगुप्त को स्वाभिमानी, नीतिज्ञ, देशप्रेमी और वीर राजा मानती है.
कौन थे स्कंदगुप्त?
गुप्त राजवंश के आठवें राजा स्कंदगुप्त थे. स्कंदगुप्त ने मध्य एशिया के कबीलाई हूणों को पराजित किया था. हूण भारत पर आक्रमण कर कश्मीर और गुजरात जीतते हुए पाटलिपुत्र तक पहुंच गए थे लेकिन स्कंदगुप्त ने उन्हें अपने पराक्रम से न सिर्फ पराजित किया था बल्कि देश से बाहर तक खदेड़ दिया था.
कुछ इतिहासकार स्कंदगुप्त को सनातन हिन्दू धर्म के बड़े प्रचारक और संरक्षक भी मानते हैं. स्कंदगुप्त ने गुजरात के जूनागढ़ और बनारस के नजदीर औडिहार में दो शिलालेख भी लिखवाए थे.
अशोक सिंघल