आगरा से नोएडा तक के सफर को आसान बनाने के लिए बनाया गया यमुना एक्सप्रेस-वे अब बदहाली के कगार पर पहुंच गया है. यमुना एक्सप्रेस-वे पर कई जगह दरार पड़ गई हैं. सड़क की हालत को देखकर यह कहना भी गलत नहीं होगा कि यमुना एक्सप्रेस-वे का सफर खतरनाक और जोखिम भरा होता जा रहा है.
सड़क की देखरेख में बरती जा रही लापरवाही की वजह से हादसे बढ़ रहे हैं. आजतक की टीम जब यमुना एक्सप्रेस-वे पर उतरी तो उसे करीब 50 जगहों पर छोटे-बड़े गड्ढे देखने को मिले हैं. किलोमीटर 165 से 150 तक कई जगह पर सड़क खराब नजर आई है. किलोमीटर 153 पर तो सड़क के बीचों-बीच गड्ढा बन गया है.
यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारों पर भी कई जगहों पर सड़क टूटी हुई नजर आती है. जहां पर सीमेंटेड सड़क है, वहां पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गईं हैं, जबकि जिन जगहों पर डाबर रोड बनाई गई है, वहां से डाबर उखड़ने लगा है. एक्सप्रेस-वे जिस तरह सपाट होना चाहिए और उस पर सरपट गाड़ियां दौड़ती चाहिए, अब वह स्थिति नहीं रही है.
यमुना एक्सप्रेस-वे देश का सबसे व्यस्त एक्सप्रेस-वे है. आगरा से नोएडा तक सफर के दौरान अब वाहन चालकों को 12 नहीं कई झटके लगते हैं. मथुरा में एक्सप्रेस-वे किराया कट से आगे बढ़ने पर कई स्थानों पर सड़क किनारे लगी मिट्टी कटने लगी है. एक्सप्रेस-वे के किनारे कई जगहों पर मिट्टी के ढेर लगे नजर आ रहे हैं.
खंदौली टोल के पास भी कई जगह रोड पर लगे स्टड उखड़ गए हैं. एक्सप्रेस-वे पर हादसों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. गति नियंत्रण के लिए जगह-जगह बोर्ड तो लगाए गए हैं, लेकिन बीते 7 नवंबर को यमुना एक्सप्रेस-वे पर डबल डेकर बस सरिया लगे ट्रक में घुस गई थी और हादसे में कई लोग घायल हुए थे. साथ ही 2 लोगों की मौत भी हो गई थी.
हालातों के मद्देनजर लोग नजर गड़ाए बैठे हैं कि यमुना एक्सप्रेस-वे की सड़कें कब तक सही हो पाती हैं. वाहन चालकों को सड़क में हो रहे गड्ढों से लगने वाले झटकों से कब तक निजात मिल पाती है.
अरविंद शर्मा