नये साल की शाम पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के संबोधन का इंतजार कर रहा था. देश में कई जगह इस बात की चर्चा थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में 'मित्रों' का प्रयोग कितनी बार करते हैं. लेकिन मोदी ने ऐसा नहीं किया. अब एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि मित्रों पीएम मोदी की फेवरेट शब्द नहीं है. उनका फेवरेट शब्द 'भाइयों और बहनों' है.
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, पीएम मोदी ने 26 मई 2014 के बाद से कुल 440 भाषण दिये हैं, जिसमें उन्होंने 750 बार भाइयों-बहनों का प्रयोग किया है. पीएम ने मात्र 61 बार 'मित्रों' शब्द का प्रयोग किया है. वहीं उन्होंने 271 बार 'देशवासियों', 121 बार 'महानुभाव' और 81 बार 'साथियों' का प्रयोग किया है.
रिपोर्ट के अनुसार, 2015 तक पीएम मोदी ने लगातार अपने भाषणों में मित्रों का प्रयोग किया है, लेकिन उसके बाद देशवासियों और भाइयों बहनों का प्रयोग ज्यादातर तौर पर किया गया है.
नोटबंदी के समय लगी थी शर्त
गौरतलब है कि नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश को संबोधित करना था. इससे पहले देश में कई स्थानों, पबों पर यह स्कीम लागू की गई थी कि पीएम मोदी अपने भाषण में जितनी बार भी मित्रों बोलेंगे तो उन्हें छूट मिलेगी.
मोहित ग्रोवर