नरेंद्र मोदी सरकार ने एक बेहद साहसिक फैसला करते हुए संसद में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का प्रस्ताव पेश किया. इस अनुच्छेद के तहत जम्मू कश्मीर राज्य को कुछ विशेष अधिकार हासिल हैं. इस प्रस्ताव के पास होने के बाद जम्मू कश्मीर राज्य में वे विशेष अधिकार लागू नहीं रह जाएंगे. इसके अलावा सरकार ने राज्य को दो संघ शासित प्रदेशों में बांटने का भी फैसला किया है.
गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में प्रस्ताव रखते ही इस मसले पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. ज्यादातर लोग प्रस्ताव का समर्थन कर रहे थे. इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट फोटो भी वायरल हुई, जब वे अनुच्छेद 370 के खिलाफ धरना दे रहे थे. इस वायरल फोटो के साथ दावा किया गया कि मोदी ने वह किया जिसमें उनका विश्वास था.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने इस तस्वीर की सच्चाई का पता लगाने के लिए इंटरनेट खंगाला तो पाया कि कुछ खबरों में दावा किया गया है कि यह तस्वीर 1991-92 में कश्मीर से कन्याकुमारी तक आयोजित एकता यात्रा की है.
11 दिसंबर, 1991 को तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में यह एकता यात्रा शुरू हुई थी. उस समय मोदी बीजेपी की नेशनल इलेक्शन कमेटी के मेंबर और इस यात्रा के कोऑर्डिनेटर थे. यह एकता यात्रा 26 जनवरी, 1992 को श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने के साथ समाप्त हुई थी.
वायरल तस्वीर में दिख रहे बैनर में भी एक लोगो देखा जा सकता है, जिसमें 'चलो कश्मीर' लिखा है. इत्तेफाक से हमें इस एकता यात्रा के दौरान की मोदी की एक और तस्वीर मिली जिसमें वे बीजेपी के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी के साथ एक बस के सामने खड़े दिख रहे हैं.
इस बस पर भी 'चलो कश्मीर' नारा लिखा हुआ देखा जा सकता है. इसलिए यह साबित होता है कि वायरल तस्वीर भी संभवत: इसी एकता यात्रा के दौरान खींची गई होगी.
तस्वीर एकता यात्रा की ही है, यह स्पष्ट करने के लिए हमने पत्रकार उदय माहूरकर से बात की, जिन्होंने मोदी पर 'मार्चिंग विद अ बिलियन' नाम से किताब लिखी है. उन्होंने बताया कि यह तस्वीर संभवत: दिल्ली की है, जो एकता यात्रा शुरू होने के पहले ली गई है.
इस तरह इस बात के कई सबूत हैं कि मोदी की यह वायरल फोटो 1991-92 में बीजेपी की एकता यात्रा के दौरान की है. हालांकि, हम अपने स्तर से यह दावा नहीं कर सके कि यह फोटो किस तारीख को और किस शहर में खींची गई थी.
अर्जुन डियोडिया