एक फेसबुक पोस्ट में अंतर धार्मिक शादी करने यानी कथित लव जेहाद वाले 100 जोड़ों की सूची जारी कर खुलेआम इन पर हमले का आह्वान करने से सनसनी फैल गई है. सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को लेकर जमकर लताड़ लगाई जा रही है. हालांकि राहत की बात यह रही कि फेसबुक ने 'हिंदुत्व वार्ता' नाम के इस जहर फैलाने वाले पेज को सस्पेंड कर दिया है, इसलिए अब ये पोस्ट नहीं दिख रहा.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार इस पेज पर खुलेआम 'हिंदू शेरों' से आह्वान किया गया था कि वे सूची में शामिल लोगों का शिकार करें. इसमें 102 ऐसे मर्दों-औरतों की सूची जारी की गई है, जिन्होंने दूसरे धर्म में शादी की है. यही नहीं उनके फेसबुक प्रोफाइल का लिंक भी शेयर किया गया है. यह जहरीला पोस्ट हिंदुत्व वार्ता फेसबुक पेज पर 28 जनवरी को पोस्ट किया गया था.
फेक न्यूज का खुलासा करने वाली वेबसाइट आल्ट न्यूज के अनुसार यह लिस्ट इसके पहले पिछले साल नवंबर में ही 'जस्टिस फॉर हिंदूज' फेसबुक पेज पर जारी की गई थी. हालांकि, तब इसमें किसी तरह की हिंसा का आह्वान नहीं किया गया था.
सबसे चकित करने वाली बात यह है कि सोमवार को सतीश मिलावरपू नाम के एक ट्विटर यूजर ने खुलेआम कहा कि यह पेज वह संचालित करता है और उसने कहा कि 'फेसबुक पर अंतर-धार्मिक शादी करने वालों फिर वह एक पेज बनाएगा.' उसने लिखा है, 'मुझे हिंदुत्व वार्ता पेज का एडमिन होने का गर्व है. इस पर फिर एक पेज बनाऊंगा.'
फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा है कि उनकी नीति समाज को सुरक्षित रखने और ऐसे जहरीले विचारों को रोकने की है. जब भी पता चलता है ऐसी सामग्री को तत्काल हटा लिया जाता है.
एक ट्विटर यूजर द्वारा फेसबुक पर इस मामले में आवाज बुलंद की गई थी. @brumbyOz नाम के ट्विटर हैंडल से हिंदुत्व वार्ता पेज के विरोध में 4 फरवरी को पोस्ट किया गया था, जिसमें इस पेज को हैंडल करने वाले लोगों की गिरफ्तारी करने की उम्मीद भी जताई गई थी. ट्विटर पर लोगों से यह भी अपील की गई कि वह अपनी फेसबुक प्रोफाइल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद प्रोफाइल को प्राइवेसी सेटिंग के द्वारा सुरक्षित रखें.
दिनेश अग्रहरि