गुजरात सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी नेटवर्क से जुड़े करीब 120 कम्प्यूटर रैंसमवेयर वायरस ‘‘वानाक्राई’’ से प्रभावित हैं. हालांकि ‘‘महत्वपूर्ण’’ डाटा प्रभावित नहीं हुआ है. देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को विश्व भर में तेजी से फैल रहे वनाक्राई रैंसमवेयर की हानिकारक गतिविधियों को लेकर आगाह किया है. यह रैंसमवेयर सिस्टम को बुरी तरह प्रभावित करती है और दूसरे जगह से फाइल को लॉक कर देती है.
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिवने बताया कि, हमारी सूचना के अनुसार अब तक वायरस ने गुजरात स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क (जीएसडब्ल्यूएएन) से संबद्ध विभिन्न सरकारी विभागों में करीब 120 कम्प्यूटरों को प्रभावित किया है.
धनंजय द्विवेदी ने कहा, ‘‘लेकिन इससे प्रभावित किसी भी कम्प्यूटर में कोई ऐसा महत्वपूर्ण डाटा या अहम सूचना नहीं थी. इससे सरकार के कामकाज पर प्रभाव नही पड़ा. मेहसाणा के जिलाधिकारी आलोक पांडे ने कहा कि हमले के बाद जिलाधिकारी कार्यालय से संबद्ध सभी कम्प्यूटरों को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है.
बता दें कि अब तक दुनिया के 100 से अधिक देशों में जबरन वसूली के लिए बड़ी संख्या में साइबर हमलों के मामले सामने आए हैं. चेतावनी के बाद गुजरात सरकार ने राज्य के कंप्यूटर सिस्टम को एंटी वायरस सॉफ्टवेयर से लैस करने और माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करना शुरू कर दिया है.
क्या है रैंसमवेयर
द्विवेदी ने कहा कि गुजरात स्टेट वाइड नेटवर्क कनेक्शन से जुड़े कंप्यूटरों की करीबी निगरानी की जा रही है. यह देश का सबसे बड़ा आईपी आधारित सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) अवसंरचना है. रैंसमवेयर एक ऐसा मालवेयर होता है जो कंप्यूटर सिस्टम के फाइल को लॉक कर देती है और एक निश्चित राशि के भुगतान के बगैर फाइल अनलॉक नहीं होती है
रैंसमवेयर से प्रभावित कंप्यूटर
आंध्र प्रदेश में पुलिस विभाग के कंप्यूटरों का एक हिस्सा शनिवार को एक ग्लोबल साइबर अटैक का निशाना बन गया. चित्तूर, कृष्णा, गुंटूर, विशाखापत्तनम और श्रीकुलम जिले के 18 पुलिस यूनिट्स के कंप्यूटर साइबर हमले से प्रभावित हुए, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि रोजमर्रा के कामों में कोई परेशानी नहीं आई. गौरतलब है कि हाल ही में ब्रिटेन के दर्जनों अस्पतालों के कंप्यूटर्स को हैकर्स ने रैंजमवेयर के जरिए हैक कर लिया था. इसके तहत लगभग 75 हजार कंप्यूटर्स को निशाना बनाया गया. वहीं यूरोपियन पुलिस एजेंसी के मुताबिक 12 मई को हुए ग्लोबल साइबर अटैक ने कम से कम 150 देशों में लगभग 200,000 कंप्यूटरों को निशाना बनाया.
केशवानंद धर दुबे / BHASHA