देश के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यसभा के लिए नामित किया है. गोगोई के राज्यसभा भेजे जाने के फैसले पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस ने रंजन गोगोई से कई सवाल पूछे हैं. हालांकि, गोगोई ने कहा था कि वह शपथ लेने के बाद हर सवाल का जवाब देंगे.
पूर्व कानून मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, ' रंजन गोगोई कृपया यह भी बताएं कि अपने ही केस में खुद निर्णय क्यों? लिफाफा बंद न्यायिक प्रणाली क्यों? चुनावी बॉन्ड का मसला क्यों नहीं लिया गया? राफेल मामले में क्यों क्लीन चिट दी गई? सीबीआई निदेशक को क्यों हटाया गया?'
आज शपथ ले सकते हैं रंजन गोगोई
इस बीच पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई आज राज्यसभा सदस्य की शपथ लेने संसद भवन आ सकते हैं और उसके बाद मीडिया से भी बातचीत करेंगे. इससे पहले रंजन गोगोई ने कहा था कि मैं शपथ लेने के बाद बताऊंगा कि मैंने क्यों राज्यसभा जाने का प्रस्ताव स्वीकार किया.
पूर्व CJI बोले- शपथ लेने के बाद बताएंगे, क्यों जा रहे राज्यसभा, जस्टिस कुरियन ने उठाए सवाल
सिब्बल ने उठाया था विश्वसनीयता का सवाल
इससे पहले समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा था कि यही जस्टिस गोगोई ने सीजेआई रहते रिटायरमेंट के बाद पद ग्रहण करने को संस्था पर धब्बा जैसा बताया था और आज खुद ग्रहण कर रहे हैं. हमें इस मामले में कानूनी पहलू पर जाने की जगह पब्लिक परसेप्शन पर ध्यान देना चाहिए. हमें सोचना चाहिए कि इससे ज्यूडिशियल सिस्टम को लेकर जनता में क्या संदेश जा रहा है.
CJI के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चर्चा में आए थे रंजन गोगोई, राम मंदिर समेत इन केस में दिए थे फैसले
'क्यों याद किए जाते हैं जस्टिस खन्ना'
पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा था कि हम आज भी जस्टिस खन्ना को क्यों याद रखते हैं? क्योंकि उन्होंने बहुमत के फैसले से असहमति जाहिर की थी. आर्टिकल-21 के प्रति उन्होंने कहा था कि वह सस्पेंड नहीं हो सकता. फैसला बेशक कानून के नजरिए में सही हो मगर जनता के नजरिए में गलत था.
अशोक सिंघल