निर्वाचन आयोग कर रहा 2019 चुनावों की तैयारी, लाखों EVM जुटाना चुनौती

2019 चुनावों से पहले निर्वाचन आयोग इसकी तैयारियों में जुट गया है. उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती वक्‍त से पहले लाखों ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को जुटाना है.

Advertisement
फाइल फोटो (Getty Images) फाइल फोटो (Getty Images)

राहुल झारिया / संजय शर्मा

  • नई दिल्‍ली,
  • 27 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:28 AM IST

लोकसभा चुनाव तो 2019 के अप्रैल-मई में होने हैं, लेकिन निर्वाचन आयोग ने करीब 18 लाख ईवीएम और वीवीपैट की आपूर्ति के लिए तय कम्पनियों को तकाजा करना शुरू कर दिया है. आयोग को उम्मीद या कहें कि पक्का यकीन है कि इस साल नवंबर यानी दो महीने में करीब 8 लाख नई मशीनें मिल जाएंगी.

आयोग के मुताबिक फिलहाल 9 लाख 45 हजार मशीनें आयोग के पास हैं. इनमें ईवीएम यानी बैलेट यूनिट के अलावा कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट  शामिल हैं.

Advertisement

अब रही बात बाकी बचे 8 लाख की तो उनके लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड बेंगलुरु और इलेक्ट्रॉनिक कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद पर लगातार आर्डर सप्लाई को वक्त पर सप्लाई करने निगरानी और सम्पर्क रखा जा रहा है. आयोग की तकनीकी टीम लगातार क्वालिटी को लेकर भी विशेष नजर रख रही है.

आयोग का कहना है कि आने वाले चुनाव में जरूरत से 135 फीसदी ज्यादा ईवीएम और मशीनें स्टॉक में रखी जाएंगी, ताकि जरूरत पर फौरन उन्हें बदला जा सके.

बैलेट यूनिट जरूरत से 171 फीसदी, कंट्रोल यूनिट 125 फीसदी और वीवीपैट 135 फीसदी ज्यादा रखने की योजना है. इसके पीछे वजह ये है कि अगर वीवीपैट में खराबी आए तो उसे सिर्फ वीवीपैट से ही बदलना होता है, लेकिन बैलेट या कंट्रोल यूनिट में खराबी आए तो पूरा सेट ही बदलने की जरूरत होती है.

Advertisement

आयोग ने कहा है कि ईवीएम का इस्तेमाल शुरू होने के बाद पिछले 20 साल में आयोग ने तीन लोकसभा चुनाव के अलावा 113 विधानसभाओं के चुनाव भी कराए हैं. 2017 से वीवीपैट का भी इस्तेमाल अनिवार्य हो गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement