भारत में कोरोना वायरस के बढ़ रहे खतरे के बीच देश के तमाम राज्यों में पूरी तरह से लॉकडाउन हो चुका है. ऐसे में टीएमसी और शिवसेना सांसदों ने संसद में चल रहे बजट सत्र में सोमवार से शामिल नहीं होने का फैसला लिया है. इन दोनों पार्टियों ने अपने सांसदों को निर्देश दिया है कि वे संसद सत्र में शामिल न हों और अपने निर्वाचन क्षेत्र लौट जाएं. वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी अपने सांसदों को अपने-अपने क्षेत्र में रहने की हिदायत दे रखी है.
टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने दोनों सदनों के अधिकारियों से आग्रह करते हुए लिखा है कि सोमवार 23 मार्च से सदन की कार्यवाही को बंद किया जाए. वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट करके कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शिवसेना के सभी सांसद सोमवार से संसद में उपस्थित नहीं होंगे. इस कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए हमारी पार्टी शिवसेना प्रमुख और सीएम उद्धव ठाकरे ने फैसला लिया है.
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शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेसी पार्टी (एनसीपी) पहले ही घोषित कर चुकी है कि उसके ज्यादातर लोकसभा और राज्यसभा सदस्य अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रशासन को कोविड-19 का मुकाबला करने में सहयोग करने के लिए वहीं बने रहेंगे.अभी फिलहाल दिल्ली वापस नहीं जाएंगे. इससे साफ जाहिर है एनसीपी सांसद भी संत्र में शामिल नहीं होंगे.
हालांकि संसद के इस बजट सत्र का तीन अप्रैल को समापन होना है, लेकिन अब जिस तरह से एक के बाद एक पार्टियां अपने सदस्यों को संसद के सत्र में शामिल नहीं होने का फैसला कर रही हैं. इसे लगता है कि अब जल्द ही सरकार सत्र को जारी रखने या खत्म करने पर फैसला ले सकती है.
बता दें कि लोकसभा में टीएमसी के 22 सांसद हैं जबकि राज्यसभा में 13 सदस्य हैं. टीएमसी पिछले 11 दिन से मांग उठा रही है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए संसद की कार्यवाही बंद की जाए. डेरेक ओ ब्रायन ने पत्र में लिखा है, खुद प्रधानमंत्री ने अलग-अलग रहने की तत्काल आवश्यकता और बड़े समूहों में इकट्ठा न होने की जरूरतों की बात कही और कहा है कि 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की पूरी देखभाल करनी चाहिए.
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टीएमसी ने कहा कि राज्यसभा में लगभग 44 प्रतिशत सांसद और लोकसभा में 22 प्रतिशत सांसद 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के हैं. यह केवल सांसदों के बारे में नहीं है, बल्कि हजारों जो हर दिन संसद परिसर में प्रवेश करते हैं, उनके लिए भी है. इसलिए यह परस्पर विरोधी संदेश काफी खतरनाक है.
बता दें कि कोरोना वायरस के खतरे के बीच भी संसद का सत्र चल रहा है. ऐसे में तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं. कुछ सांसद सत्र स्थगित करने की मांग कर चुके हैं. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साफ कर चुके हैं कि संसद का बजट सत्र 3 अप्रैल तक चलेगा. टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने संसद सत्र को स्थगित करने की मांग की है. वे चार दिन पहले स्थायी समिति की एक बैठक में दुष्यंत सिंह के बगल में बैठे थे.
दिलचस्प बात यह है कि दुष्यंत सिंह उस पार्टी में भी शामिल थे जिसमें कनिका कपूर मौजूद थीं. कनिका कपूर कोरोना की पॉजिटिव मरीज पाई गई हैं और लखनऊ में उनका इलाज चल रहा है. दुष्यंत सिंह की पार्टी में शामिल होने की जानकारी सामने आने के बाद सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया. हालांकि बाद में सबकी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है.
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