कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गौमांस पर रोक लगाने को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों पर हमला बोला है. थरूर ने इंडिया टुडे पर एक्सक्लूसिव बातचीत में करण थापर से कहा कि गौमांस पर प्रतिबंध लगाना केंद्र और राज्य सरकारों की संकुचित मानसिकता का नतीजा है. समाज को इसका मजबूती से विरोध करना चाहिए.
ऐसे देश बन गए हैं हम...
थरूर ने कहा कि ऐसे लोगों की संख्या बढ़ रही जो जरा से उकसावे पर ही उत्तेजित हो जाते हैं. हम ऐसे बनने जा रहे हैं, जो विचारशील लोगों के बजाय ऐसे लोगों से चलेगा जो छोटी-छोटी बातों पर उकसावे में आ जाते हैं. थरूर ने कहा कि प्रतिबंधों की इस संस्कृति का आज से ही विरोध करना चाहिए. क्योंकि कल यह कितनी फैल जाएगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
यह लोगों की आजादी का मामला है
राज्य सरकारों की ओर से मांस बिक्री पर रोक के सवाल पर थरूर ने कहा कि यह सिर्फ मांस या कुछ दिन की रोक का नहीं, लोगों की आजादी का मामला है. यह निजी चॉइस का मामला है. यह उस भारत का मामला है, जिसमें हम रहना चाहते हैं.
घाटी में मांस बिक्री पर बैन गैरजरूरी
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट की ओर से मांस की बिक्री पर रोक के आदेश को थरूर ने गैरजरूरी बताया. उन्होंने कहा कि यह घाटी में गैरजरूरी राजनीतिक समस्या खड़ी की जा रही है. यदि घाटी में सरकार लोगों के विचारों का सम्मान करती है तो उसे फैसले के खिलाफ अपील करनी चाहिए.
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