आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ इंटरपोल, गृहमंत्री की अहम बैठक

इंटरपोल के महासचिव जोर्गेन स्टॉक ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत की. इस दौरान इंटरपोल महासचिव ने गृहमंत्री शाह को आतंकवाद के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद किया. साथ ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इंटरपोल के सहयोग का भी आश्वासन दिया.

Advertisement
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक में इंटरपोल महासचिव केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक में इंटरपोल महासचिव

कमलजीत संधू

  • नई दिल्ली,
  • 31 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 11:30 PM IST

  • शाह बोले- आतंकवाद, तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ रणनीति बनाने की जरूरत
  • इंटरपोल महासचिव ने एनएसए अजीत डोभाल समेत कई अधिकारियों से भी की मुलाकात

इंटरपोल के सेक्रेट्री जनरन जोर्गेन स्टॉक ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की. इस दौरान इंटरपोल महासचिव ने गृह मंत्री को आतंकवाद के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद किया और साथ ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इंटरपोल के सहयोग का भी आश्वासन दिया.

Advertisement

इस दौरान अमित शाह ने दिल्ली में जुर्गेन स्टॉक के समक्ष इंटरपोल महासभा की मेजबानी का प्रस्ताव रखा. शाह ने कहा कि साल 2022 में भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा. इस अवसर पर भारत इंटरपोल महासभा की मेजबानी करने का इच्छुक है.

शाह ने रेड कॉर्नर नोटिस में देरी पर जताई चिंता

इस दौरान अमित शाह ने आतंकी जाकिर नाइक समेत कई भगोड़ों के खिलाफ इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने में देरी होने की अपनी चिंता से भी जुर्गेन स्टॉक को अवगत कराया. इंटरपोल के महासचिव के साथ बैठक के दौरान अमित शाह ने जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ रणनीति बनाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है.

Advertisement

शाह ने आतंकवाद के खिलाफ रणनीति बनाने पर दिया जोर

इंटरपोल के महासचिव के साथ बैठक के दौरान अमित शाह ने जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ रणनीति बनाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है.

गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अमित शाह ने जुर्गेन स्टॉक से कहा कि इंटरपोल के सहयोग से भारत हाईप्रोफाइल भगोड़े आर्थिक अपराधियों और आतंकवादियों पर नकेल कसने में कामयाब होगा.

इंटरपोल को इस साल भेजी जा चुकी हैंं 41 अपीलें

केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इंटरपोल से सीबीआई ने साल 2016 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए 91 बार, 2017 में 94 और 2018 में 123 अपीलें भेजी. इसके बाद इंटरपोल ने 87, 84 और 76 इंटरपोल नोटिस जारी किया. इस साल 15 जुलाई तक इंटरपोल को रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए 41 अपीलें भेजी जा चुकी हैं, जिनमें से सिर्फ 32 रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए हैं.

अमित शाह के साथ जुर्गेन स्टॉक की बैठक में कई सीनियर अधिकारी भी मौजूद रहे. वहीं, इंटरपोल के महासचिव जुर्गेन स्टॉक ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सीबीआई के डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला और आईबी के डायरेक्टर अरविंद कुमार से भी मुलाकात की.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement