राजस्थान: Nahargarh Biological park से गायब हो गई शेरनी सृष्टि, दो दिन से नहीं दी दिखाई

जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से शेरनी गायब होने की जानकारी सामने आई है. दो दिन से शेरनी के पार्क में नहीं दिखाई देने से वन विभाग चिंता में है. पहले भी पार्क में से जंगली जानवरों के भागने और गायब होने की खबरें सामने आती रही हैं. शेरनी सृष्टि को गुजरात के जूनागढ़ से पार्क में लाया गया था.

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फाइल फोटो फाइल फोटो

देव अंकुर

  • जयपुर,
  • 26 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 6:48 PM IST
  • दो दिन से पार्क में दिखाई नहीं दी शेरनी सृष्टि
  • गुजरात से लाई गई थी शेरनी सृष्टि

जयपुर के नाहरगढ़ जैविक उद्यान (Nahargarh Biological Park) में प्रवास कर रही शेरनी गायब हो गई है. सृष्टि नाम की शेरनी के पार्क में नहीं दिखाई देने से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. शेरनी का पता लगाने के लिए वन विभाग ने प्रयास शुरू कर दिए हैं. 

जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में गुजरात के जूनागढ़ के शकरबाग चिड़ियाघर से शेरनी सृष्टि को लाया गया था. शेरनी सृष्टि से पहले दो और शेरनियों को शकरबाग चिड़ियाघर से यहां लाया गया था. शेरनी सृष्टि से पहले लाई गईं शेरनियों के नाम सुजैन और तेजिका हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में नौ बाघ/बाघिन और शेर/शेरनी हैं. बायोलॉजिकल पार्क को टाइगर सफारी के लिए एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में विकसित किया जा रहा है.

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दर्जनभर जानवरों की हो चुकी है मौत

बीते कुछ सालों में नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में जानवरों की मौत की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. बीते कुछ सालों में यहां दर्जनभर से ज्यादा जानवरों की मौत हो चुकी है. वन अधिकारियों की अनदेखी जानवरों की मौत की बड़ी वजह निकलकर सामने आई है.

पिंजरा तोड़ भाग गया था भालू

इसी साल अप्रैल महीने में एक खूंखार भालू पार्क में से पिंजरा तोड़ कर भाग गया था. भालू के भागने के बाद वन अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए थे. भालू पार्क से भागने के बाद इंसानी आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच गया था. लोगों ने भालू के वहां होने की सूचना अधिकारियों को दी. जिसके बाद वन अधिकारियों की टीम ने भालू को बेहोश किया और फिर से पार्क लेकर आए थे.

टाइगर सफारी के लिए करोड़ों किए जा रहे हैं खर्च

नाहरगढ़ बायोलॉजिलक पार्क के पास जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा टाइगर सफारी विकसित की जा रही है. सफारी को तैयार करने में 7.5 करोड़ रुपए खर्च किया जाएंगे. नाहरगढ़ की पहाड़ियों में 30 स्क्वॉयर हेक्टेयर सफारी तैयार की जाएगी. सफारी में ट्रैक की लंबाई 8 किलोमीटर की रहेगी. सफारी में टाइगर्स को रखने के लिए शेलटर भी बनाए जाएंगे.

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