गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी पर्व पर ऐतिहासिक आयोजन की तैयारी में जुटी पंजाब सरकार

मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे इस आयोजन में भारत समेत विदेशों से भी लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है. अनुमान है कि आयोजन के दौरान करीब एक करोड़ श्रद्धालु श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेंगे. अमेरिका, कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया, दुबई और मलेशिया जैसे देशों से हजारों एनआरआई सिख श्रद्धालु भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने की तैयारी में हैं.

Advertisement
पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जानकारी दी (फोटो- ITG) पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जानकारी दी (फोटो- ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 10:27 PM IST

गुरु तेग बहादुर की शहादत के 350 वर्ष पूरे होने के अवसर पर पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब में एक भव्य और व्यापक स्तर पर तीन दिवसीय आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे इस आयोजन में भारत समेत विदेशों से भी लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है.

Advertisement

अनुमान है कि आयोजन के दौरान करीब एक करोड़ श्रद्धालु श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेंगे. अमेरिका, कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया, दुबई और मलेशिया जैसे देशों से हजारों एनआरआई सिख श्रद्धालु भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने की तैयारी में हैं.

धार्मिक यात्रा से लेकर डिजिटल तकनीक तक का समावेश

आयोजन की शुरुआत 19 नवंबर को श्रीनगर से चार दिवसीय ‘मशाल-ए-शहादत यात्रा’ से होगी. इसके साथ ही पंजाब के माझा, दोआबा और मालवा क्षेत्रों से भी श्री आनंदपुर साहिब तक ऐतिहासिक यात्राएं निकाली जाएंगी. इनमें पारंपरिक कीर्तन जत्थे, पंज प्यारे, गतका दल और पुस्तक प्रदर्शनी भी शामिल रहेंगे.

मुख्य आयोजन 23 नवंबर से शुरू होंगे, जिनमें श्री अखंड पाठ साहिब, सर्वधर्म सम्मेलन, हेरिटेज वॉक, डिजिटल प्रदर्शनी, लाइट एंड साउंड शो, ड्रोन शो, कविशरी, पौधारोपण, रक्तदान शिविर और सरबत दा भला समारोह जैसे कार्यक्रम शामिल हैं.

Advertisement

प्रबंधन और सुविधाओं पर विशेष ध्यान

आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष टेंट सिटी, अनुवाद सेवाएं, ई-रिक्शा और गाइडेड टूर की व्यवस्थाएं की गई हैं. खास तौर पर एनआरआई संगत के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सेवाएँ सुनिश्चित की गई हैं.

सरकार का दावा है कि यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि एक ऐसा मंच है, जो पंजाब की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का माध्यम बनेगा. वहीं, कनाडा, यूके और अमेरिका की कई गुरुद्वारा कमेटियों ने भी इस आयोजन को ‘ग्लोबल सिख यूनिटी मूवमेंट’ की संज्ञा दी है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement