जून 2020 के बाद से पंजाब के तीन शहरों में कोविड मामलों में एक दिन में सबसे अधिक उछाल देखा गया. चंडीगढ़ में पिछले 24 घंटों में 1,114 कोरोना मामले दर्ज किए गए, जबकि मोहाली और पंचकुला जिलों में कुल 2,822 मामले दर्ज किए गए.
जैसा- जैसे कोविड के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, शहर के अस्पतालों की लैब्स में टेस्टिंग की मांग अधिक हो गई है और यहां रिपोर्ट्स में 24 से 36 घंटे की देरी हो रही है. शहर के दो अस्पताल प्रयोगशालाएं जिनमें जीएमसीएच 32 और पीजीआई शामिल हैं. औसतन जीएमसीएच 2000 रोगियों के परीक्षण की प्रक्रिया कर सकता है जबकि पीजीआई लैब में परीक्षण क्षमता 2500 है.
जीएमसीएच 32 की निदेशक डॉ जसबिंदर कौर ने आज इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि हमारे अस्पताल की लैब क्षमता 2000 परीक्षणों को संसाधित करने की है लेकिन कुछ तकनीकी गड़बड़ियां हैं, इसलिए परीक्षण रिपोर्ट अपलोड करने में समय लग रहा है. हम गड़बड़ी को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और जांच की क्षमता भी बढ़ाकर 2500 प्रतिदिन कर रहे हैं. जबकि पीजीआई के नोडल अधिकारी डॉ मिनी सिंह ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता और डॉक्टर कोरोना संक्रमित निकले हैं. इसलिए इसने हम पर अधिक वर्क लोड डाला है लेकिन हम सभी रिपोर्ट समय पर देने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं.
स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने कहा कि चंडीगढ़ में हमारे पास पर्याप्त टेस्टिंग सुविधाएं हैं, लेकिन पोर्टल में तकनीकी खराबी के कारण परीक्षण रिपोर्ट में देरी हो रही है. अगले दो हफ्तों में हम जीएमएसएच 16 अस्पताल में भी एक और प्रयोगशाला स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं ताकि मरीजों को परिणामों के लिए इंतजार न करना पड़े और उन्हें निजी प्रयोगशालाओं में न जाना पड़े.
ललित शर्मा