केंद्र की सत्ता में मोदी सरकार को काबिज हुए 6 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है. इस दौरान सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जो ऐतिहासिक कहे जा सकते हैं. कई मोर्चों पर सरकार बैकफुट पर भी नजर आई और उसे आलोचना का शिकार होना पड़ा. मोदी सरकार की उपलब्धियों पर क्या है देश का मिजाज, ये जानने के लिए इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स ने सर्वे किया. सर्वे के नतीजों के मुताबिक, मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला रहा.
लोग राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं. सर्वे के नतीजों के मुताबिक, मोदी सरकार की दूसरे सबसे बड़ी उपलब्धि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने का फैसला रहा. वहीं, कोरोना महामारी से निपटना सरकार की तीसरी सबसे बड़ी उपलब्धि रही. इसके अलावा मेक इन इंडिया, नोटबंदी, आत्मनिर्भर भारत, करप्शन फ्री गवर्नेंस को लोग सरकार की उपलब्धि तो मानते हैं, लेकिन उनकी संख्या कम रही.
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सर्वे के मुताबिक, 27 फीसदी लोग राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं. क्षेत्रवार लोगों की राय को देखा जाए तो उत्तर भारत में 28 फीसदी, पूर्व में 25 फीसदी, पश्चिम भारत में 31 फीसदी और दक्षिण भारत के 22 फीसदी लोगों ने सरकार के इस कदम को सबसे बड़ी उपलब्धि बताया.
मोदी सरकार की दूसरी सबसे बड़ी उपलब्धि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने का फैसला रहा. सर्वे के मुताबिक 20 फीसदी लोगों ने इसका श्रेय मोदी सरकार को दिया है. क्षेत्रीय आधार पर लोगों की राय को देखा जाए तो उत्तर भारत में 26 फीसदी, पूर्व में 18 फीसदी, पश्चिम भारत में 24 फीसदी और दक्षिण भारत के 11 फीसदी लोगों ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाना मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया.
ये रही सबसे बड़ी नाकामी
रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर रही है. और यही उसकी सबसे बड़ी नाकामी भी है. ऐसा सर्वे से मालूम पड़ा है. 29 फीसदी लोग बेरोजगारी को मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी मानते हैं. क्षेत्रीय आधार पर लोगों की राय को देखा जाए तो उत्तर भारत में 37 फीसदी, पूर्व में 27 फीसदी, पश्चिम भारत में 37 फीसदी और दक्षिण भारत के 15 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी को सरकार की सबसे बड़ी नाकमी बताया. वहीं. 13 फीसदी महंगाई, 10 फीसदी लोग नोटबंदी और 9 फीसदी लोग किसान आंदोलन को सरकार की नाकामी मानते हैं.
सर्वे में 12 हजार से ज्यादा लोग शामिल
मूड ऑफ द नेशन पोल मार्केट रिसर्च एजेंसी कार्वी इनसाइट्स ने किया. लोगों की राय 3 जनवरी से 13 जनवरी, 2021 के बीच ली गई. सर्वे में कुल 12,232 लोगों को शामिल किया गया. इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के 67 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों के 33 प्रतिशत लोग थे. 19 राज्यों के 97 संसदीय क्षेत्र और 194 विधानसभा क्षेत्र में ये सर्वे किए गए.
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